Rajasthan News: जलियावाला बाग नरसंहार को पूरी दुनिया जानती है. यहां अंग्रेजों ने भारतीयों पर जुल्म की सारी हदें पार कर दी थी. इस नरसंहार में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी, लेकिन क्या आपको पता है. उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा जिले में मानगढ़ धाम में जलियावाला से भी बड़ा नरसंहार हुआ था जिसे इतिहास में दर्ज नहीं किया गया. इसी मानगढ़ धाम में बने एक स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए सीएम अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. मानगढ़ में आज कांग्रेस की सभा है जहां अशोक गहलोत के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन भी होंगे.
वोट बैंक के लिए निशाना
आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी और आरएसएस की दो सभा हो चुकी है. सीएम की वागड़ में चौथी सभा है और मानगढ़ में यह पहली सभा है. राहुल गांधी हाल ही में यहां सभा कर चुके है. इसके पीछे कारण यह है कि मानगढ़ राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के आदिवासियों का प्रमुख केंद्र है. गुजरात और राजस्थान में चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस सरकार फिर से सरकार बनाने के लिए जी जान लगा रही है.
गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र में यह लिखा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की है. गहलोत ने पत्र में अवगत कराया कि वर्ष 1913 में बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ में गोविन्द गुरू के नेतृत्व में एकत्रित आदिवासियों पर ब्रिटिश सेना द्वारा फायरिंग की गई, जिसमें 1500 से अधिक आदिवासियों ने अपना बलिदान दिया. आदिवासियों के बलिदान और गोविन्द गुरू के योगदान को रेखांकित करने के लिए राज्य सरकार ने मानगढ़ धाम में जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय बनाया है. साथ ही मानगढ़ धाम तक मार्ग एवं इस स्थल के विकास के कार्य किये गए हैं.
लंबे समय से हो रही है मांग
उल्लेखनीय है कि आदिवासी बहुल क्षेत्र बांसवाड़ा, डूंगरपुर आदि जिलों के जनप्रतिनिधियों द्वारा मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किये जाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है. गहलोत ने प्रधानमंत्री से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने का आग्रह किया है. जिससे कि अमूल्य बलिदान देने वाले आदिवासियों और नवचेतना के संचार में योगदान देने वाले महान संत गोविन्द गुरू को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की जा सके.
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