Rajasthan Assembly Session: राजस्थान विधानसभा के सातवें सत्र की बैठक सोमवार को फिर से शुरू हुई जहां मुख्‍य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों ने सत्र के दौरान प्रश्न पूछने के अपने अधिकार के हनन का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार के लिए स्‍थ‍ग‍ित करनी पड़ी. बीजेपी विधायकों ने कहा कि सदन के सातवें सत्र की बैठक 28 मार्च को अनिश्चित काल के लिए स्थगित की गई और राज्य सरकार ने नया सत्र बुलाने के बजाय उसी सत्र को आगे बढ़ा दिया और इसे 19 सितंबर से फिर से शुरू कर दिया. नेता प्रत‍िपक्ष गुलाब चंद कटार‍िया (Gulab Chand Kataria) ने कहा क‍ि विधानसभा का सत्र न‍िरंतर कर देने से व‍िधायकों का प्रश्‍न पूछने का कोटा समाप्‍त हो गया है और यह व‍िधायकों के लोकतां‍त्रि‍क अधिकारों का हनन है.


आसन ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की


सदन के बैठते ही बीजेपी व‍िधायक अपनी सीट पर खड़े हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी. व‍िधानसभा अध्‍यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने उन्‍हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन उन्‍होंने हंगामा जारी रखा. उन्‍होंने सदन को जारी रखे जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा. कटार‍िया ने जब व‍िधायकों के पूछने के अधिकार को खत्‍म किए जाने की बात की तो कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा उठकर बोलने लगे. उन्‍होंने कहा कि पांच साल तक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले आज परंपराओं की बात कर रहे हैं. इस पर सदन में हंगामा होता रहा. बीजेपी विधायक सदन के आसन के सामने आ गए और आसन ने सदन की कार्यवाही 15 म‍िनट के लिए स्‍थग‍ित कर दी.


बीजेपी विधयाकों ने अध्यक्ष के ऑफिस में धरना दिया


बीजेपी के विधायकों ने इस मुद्दे को लेकर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले अध्‍यक्ष जोशी के कार्यालय में धरना भी दिया. इसके बाद जब सदन पुन: बैठा तो अध्‍यक्ष जोशी ने बीजेपी विधायकों के सदन कूप में नारेबाजी के बीच सरकार की ओर से चार व‍िधेयक पेश किए गए. हंगामा नहीं रुकने पर सदन की कार्यवाही पांच म‍िनट के ल‍िए स्‍थगि‍त की गई. उसके बाद सदन में विधानसभा में पूर्व सांसद थानसिंह जाटव, पूर्व विधायक आदराम मेघवाल, इन्दिरा मायाराम, पराक्रम सिंह, भरतलाल एवं जयकृष्ण तोसावड़ा के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुये श्रद्धांजलि अर्पित की गई.


सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्‍थग‍ित कर दी गई. वहीं राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के तीन विधायकों ने गोवंश में फेल रहे चर्म रोग लंपी का मुद्दा सदन में उठाया. उन्‍होंने गोवंश को बचाने के पोस्टर ले रखे थे. वहीं बीजेपी विधायक सुरेश सिंह रावत लंपी रोग की ओर ध्‍यान आकर्षित करने के लिए एक गाय लेकर विधानसभा परिसर के पास पहुंचे. हालांकि, यह गाय वहां के शोर-शराबे के बीच बिदक कर भाग गई और विधायक के साथी लोग उसे पकड़ने की कोशिश करते नजर आए.


Rajasthan News: विधानसभा का 7वां सत्र विपक्ष हंगामे के बाद हुआ स्थगित, CM गहलोत ने लंपी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग


Bharatpur News: 102 साल से लगती आ रही ऐतिहासिक जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला अब कभी नहीं लगेगा, ये है वजह