Rajasthan Bypolls 2024: राजस्थान में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए चिंतन और मंथन शुरू हो गया है. रविवार को बीजेपी कार्यालय में घंटों इसपर विचार किया गया. देवली-उनियारा, दौसा, खींवसर, चौरासी और झुंझुंनूं विधानसभा क्षेत्र के लोगों से फीडबैक लिया जा रहा है.


अब बीजेपी किसी को भी ऐसे ही टिकट नहीं देगी, बल्कि संगठन में काम करने वाले और पुराने चेहरों को तव्वजो दिए जाने की तैयारी है. देवली-उनियारा, खींवसर में पुराने ही प्रत्याशी पर पार्टी दांव लगा सकती है. इन सीटों पर जातिगत समीकरण को देखते हुए तैयारी चल रही हैं.


अब प्रत्याशी चयन की बारी
रविवार को हुई बैठक में बीजेपी के सभी दिग्गज मौजूद थे. जिसमें 5 सीटों को लेकर मंथन हुआ. इसके साथ ही किसे मैदान में उतारा जाए इसपर भी मंथन हुआ. सूत्रों का कहना है कि अब प्रत्याशी चयन के तैयारी में पार्टी लग गई है. जल्द ही इसपर मुहर लगने वाली है. देवली-उनियारा, दौसा और खींवसर में पार्टी को मेहनत ज्यादा नहीं करना है, लेकिन चौरासी और झुंझुनूं में पार्टी को मुसीबत हो रही है.


पार्टी अध्यक्ष सीपी जोशी को भी फिलहाल कोई आइडिया नहीं मिल रहा है. उनके लिए परेशानी यह है कि पार्टी को लोकसभा चुनाव में बड़ा नुकसान हुआ है. इसलिए उपचुनाव में जीत के लिए बड़ी रणनीति बनानी पड़ेगी.


छोटे दलों और 'भितरघात' की चुनौती
बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है कि छोटे दलों की मजबूत किलेबन्दी और बीजेपी में भितरघात होने का डर पार्टी को सता रहा है. कई नेता जो लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं वो उपचुनाव में भितरघात कर सकते हैं. उनसे बचने के लिए पार्टी रणनीति बना रही है. अब पार्टी इसको लेकर दिल्ली में भी चर्चा करेगी.


अलग-अलग नेताओं से इसपर फीडबैक लिया जा रहा है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्रियों की भी राय ली जा रही है. कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से सबक लेते हुए बीजेपी पूरे दमखम से उप चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है.


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