Rajasthan News: राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व गृह मंत्री और नेता प्रतिपक्ष उदयपुर विधायक गुलाब चंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) को राष्ट्रपति ने असम का राज्यपाल बना दिया है. यानी अब उनके राजनीति सफर पर ब्रेक लग गया है, लेकिन अब एक बड़ा सवाल या कहें चर्चाएं उठने लगी है कि मेवाड़ में बीजेपी की गद्दी पर कौन जगह लेगा. यह कहा जाता है कि जब तक कटारिया थे, तब तक दूसरे नंबर पर कोई स्थान नहीं ले पाया, सिर्फ कटारिया थे.


उसके बाद सभी वरिष्ठ पदाधिकारी समान थे. इसी कारण सीधे तौर पर किसी को ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि गुलाब चंद कटारिया की जगह ले सके. फिर भी चार नाम ऐसे हैं, जिनमें से किसी एक को यह गद्दी मिल सकती है. 


यह मुख्य चार नाम चर्चाओं में



  • पारस सिंघवी- उदयपुर विधानसभा सीट पर उम्मीदवार या कहें कटारिया की जगह लेने में सबसे आगे नाम पारस सिंघवी का है. अभी यह नगर निगम उपमहापौर हैं और 4 बार से पार्षद हैं. बड़ी बात यह है कि अभी नगर निगम हो या पार्टी सबंधित कार्य, इन्हीं का चेहरा सबसे आगे रहता है. इनका राजनीतिक सफर करीब 20 साल से ज्यादा का है और उम्र 55 वर्ष है.

  • रविन्द्र श्रीमाल- एक चेहरा रविन्द्र श्रीमाली का भी है. यह वर्तमान में उदयपुर बीजेपी जिलाध्यक्ष हैं. इससे पहले ये नगर परिषद के सभापति और यूआईटी चेयरमैन भी रह चुके हैं. रविन्द्र श्रीमाली उदयपुर की राजनीति के वरिष्ठ चेहरा हैं. इनकी उम्र भी करीब 55 वर्ष है.

  • रजनी डांगी- रजनी डांगी पूर्व नगर निगम महापौर हैं. इसके अलावा इनका कोई पद नहीं रहा, लेकिन बताया जाता है कि यह संघ के करीब हैं. इसी कारण इनका नाम चर्चाओं में है.

  • अलका मूंदड़ा- अलका मूंदड़ा उदयपुर बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष और वर्तमान महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हैं. अलका मूंदड़ा प्रदेश में महिलाओं का चेहरा हैं. साथ ही माना जाता है कि ये बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया के करीबी हैं, इसलिए इनका नाम चर्चाओं में है. 


यह नाम दे सकता है सरप्राइज


ये चार चेहरे बीजेपी पार्टी से जुड़े हैं और उनके नामों की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन कुछ और नाम भी सामने आ सकते हैं. मेवाड़ में ऐसा ही एक नाम है, जो सरप्राइज दे सकता है. पूर्व राजघराने के सदस्य मेवाड़ के युवराज डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ सरप्राइज दे सकते हैं. लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ लंबे समय से एक्टिव नजर आ रहे हैं. हालांकि उनसे कई बार यह सवाल पूछा गया, लेकिन उन्होंने फिलहाल ना कहा है. पिछले कुछ समय से बीजेपी नेताओं से मुलाकात सामने आई है.


ये भी पढ़ें: Rajasthan: 'राजस्थान में खराब कानून व्यवस्था का मुद्दा बजट की छोटी घोषणाओं पर पड़ेगा भारी'- मंत्री गजेंद्र शेखावत