Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ आचार संहिता लागू हो चुकी है. इसके बाद सभी सियासी पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी. इस क्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह जोधपुर पहुंचे, यहां उन्होंने संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की.


जोधपुर के लघु उद्योग भारती में संगठन की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अरुण सिंह ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर जबानी हमला बोला. उन्होंने दावा किया ''जोधपुर की सभी 10 विधानसभा सीटों पर बीजेपी जीतेगी. अशोक गहलोत की जादूगरी सब जान गए हैं, अब उनकी जादूगरी नहीं चलने वाली है.'' 


प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा, ''रोज-रोज नई-नई घोषणाएं कर, उन्होंने इतनी घोषणाएं कर दी है कि उनको खुद को भी नहीं पता है कि सुबह कौन सी घोषणा थी? शाम को कौन सी घोषणा की थी?'' उन्होंने अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा, ''जो आदमी पिछले साल का बजट भाषण इस साल का समझ कर पढ़ने लगे, उससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या हालात हैं.''


बीजेपी नेता ने कहा कि ये कौन सी जादूगरी किया उन्होंने जहां महिलाओं पर अत्याचार, बलात्कार, गैंगरेप, गोली मारना और उसके बाद हत्या करके कुएं में डाल दिया जा रहा है. अरुण सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ''दो आदिवासी लड़कियां शिकायत लेकर पुलिस के पास गई थी और उनकी सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद दोनों बहनों ने आत्महत्या कर ली. ये कौन सी जादूगरी है.''


'बीजेपी हासिल करेगी ऐतिहासिक जीत'
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान की जनता का कहना है कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह डिलीट हो रही है. इनके तो विधायक और मंत्री भी कह रहे हैं कि उनकी सरकार नहीं आएगी. उन्होंने दावा किया कि 'इस बार बीजेपी ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी. कांग्रेस के तो इतने कम विधायक आएंगे कि वह एक फॉर्च्यूनर में भी बैठकर विधानसभा नहीं जा पाएंगे.' अरुण सिंह ने कहा, ''राजस्थान में जंगलराज, उत्पीड़न, पेपर लीक को लेकर नौजवानों में आक्रोश है. सचिवालय में सोने की सिल्ली पड़ी मिलती है. इतना भ्रष्टाचार और अराजकता किसी भी राज्य में नहीं होगी जैसी गहलोत के राज में है.''


'CM गहलोत के इशारे पर किसान को अधिकारियों ने धमकाया'
राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह ने कहा कि प्रदेश में अंधकार छा गया है. किसानों को सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल रही है. स्कूल में टीचर नहीं है. अंग्रेजी शिक्षा की बात कर रहे हैं. बिल्डिंग तैयार हो गई और उद्घाटन भी किया जा चुका है, लेकिन टीचर नहीं हैं. अशोक गहलोत सरकार खुद के लोगों के सामने ही अपनी पीठ थापा रही है. प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा-'किसान की बात करें तो किसान ने अपना फोटो शूट करवाया है तो बिना सहमति के फोटोशूट नहीं होता है. गहलोत जी के इशारे पर किसान को अधिकारियों ने डराया धमकाया. गहलोत जी से मेरा एक सवाल है कि आप बता दीजिए की 19000 से अधिक किसानों की जमीन नीलाम नहीं हुई है. यह सवाल तो विधानसभा में भी उठा था.'


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