Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में महज 6 महीने का समय बचा हुआ है. ऐसे में अब सभी पार्टी कार्यालयों पर नेताओं के समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटने लगी है. वहीं कार्यकर्ताओं से पूछे जाने पर अपने मन की बात वो बता देते हैं. ऐसा ही कुछ चल रहा है बीजेपी (BJP) के 10 दिग्गज नेताओं के बारे उनेक कार्यकर्ता बता रहें हैं. इनमें सवाल हैं क्या वो नेता चुनाव लड़ेंगे? उनकी क्या सीट होगी? ऐसी तमाम बिंदुओं पर चर्चाएं तेज हो गई है. उसमें केंद्रीय मंत्री से लेकर लोकसभा अध्यक्ष तक के नाम का रुझान आ रहा है. पढ़िए एबीपी न्यूज की ये खास रिपोर्ट जहां इन सम्भावित सीटों से उनके कार्यकर्ता और नेता अनुमान लगा रहे हैं.
राजेन्द्र राठौड़ के लिए इन सीटों पर चर्चा
राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ अभी चुरू से विधायक हैं और कई बार से लागतार विधायक हैं. अब उनके बारें में चर्चा है कि उनकी इस बार कई सम्भावित सीट हो सकती है. जैसे चुरू, जयपुर की सिविल लाइंस, विद्याधरनगर और धौलपुर की राजाखेड़ा उनकी सीट हो सकती है. यहां से वो भविष्य आजमा सकते हैं इसकी उनके कार्यकर्ताओं के बीच खूब चर्चा है.
अर्जुनराम मेघवाल की इस सीट पर चर्चा
अर्जुन राम मेघवाल अभी मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री है. दो बार से लगातार बीकानेर से बीजेपी के सांसद भी हैं. साथ ही इनके पास कई बड़ी जिम्मेदारी है. इनके बारे में कार्यकर्ताओं का जोर है कि ये बीकानेर जिले की किसी भी सीट से ताल ठोक सकते हैं. हालांकि, संगठन में किसी ने इनपर कुछ नहीं कहा है, लेकिन पिछले दिनों जब मेघवाल पार्टी कार्यालय पहुंचे थे तब चर्चा खूब हो रही थी.
गजेंद्र सिंह शेखावत की है चर्चा
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात की भी विधान सभा चुनाव लड़ने की चर्चा तेज है. जोधपुर से दो बार के लगातार सांसद रहे शेखवात की केंद्रीय नेतृत्व में पकड़ है. जोधपुर जिले की लोहावट विधान सभा सीट से इनके चुनाव लड़ने की सम्भावना है. इसके साथ ही जैसलमेर की पोखरण सीट पर इनके समर्थकों में इनकी मांग भी है. इन सम्भावित सीटों में से एक पर शेखावत ताल ठोंक सकते हैं.
कैलाश चौधरी भी दिख सकते हैं मैदान में
बाड़मेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी इस बार विधानसभा के चुनाव में ताल ठोंक सकते हैं. उनके बारे में चर्चा है कि वो बाड़मेर किसी विधान सभा सीट से मैदान में आ सकते हैं. वैसे उनके समर्थक चाहते हैं कि वो बायतु से चुानव लड़ें. कैलाश बायतु से विधायक रह चुके हैं. उनके यहां से चुनाव लड़ने की संभावना बताई जा रही है.
सतीश पूनियां आमेर से ही
राजस्थान में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां आमेर विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ सकते हैं. उनके समर्थकों की मांग आमेर विधान सभा सीट ही है. उप नेताप्रतिपक्ष बनने के दिन ही पूनियां ने कहा था कि आमेर मेरा परिवार है. पहली बार के विधायक को प्रदेश अध्यक्ष और अब उप नेताप्रतिपक्ष बनाये जाने से इनके समर्थकों में जोश है. पूनियां चार बार प्रदेश महामंत्री और भाजयुमो के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
दिया कुमारी की यहां से संभावना
राजसमंद से बीजेपी सांसद दिया कुमारी के भी विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना बताई जा रही है. उनके समर्थकों का कहना है कि हवामहल या किशनपोल से दिया कुमारी मैदान में आ सकती हैं. इस बात को दम और मिल जाता है जब रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या के बाद सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने धरना दिया तो उसमें समर्थन देने दिया कुमारी भी पहुंच गई थीं. हवामहल से अभी महेश जोशी विधायक हैं और मंत्री हैं.
अश्वनी वैष्णव की भी चर्चा हुई तेज
केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के भी विधान सभा चुनाव लड़ने की तैयारी बताई जा रही है. पिछले कई महीनों से अश्वनी के राजस्थान में दौरे खूब बढ़ गए हैं. विप्र महापंचायत में उन्हें बुलाया गया था. इनके समर्थकों का कहना है कि वैष्णव को पाली या जोधपुर के किसी सीट से मैदान में उतारा जा सकता है. इसकी तैयारी भी तेज कर दी गई है.
ओम बिड़ला के लिए कोटा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के बारे में उनके समर्थकों का कहना है कि उन्हें बीजेपी कोटा की किसी भी विधान सभा सीट से मैदान में उतार सकती है. ओम बिड़ला पहले भी कई बार बीजेपी से विधायक रह चुके हैं. उनके भी जयपुर और राजस्थान के खूब दौरे हो रहे हैं. कोटा की कोई भी सीट उनके लिए संभावित हो सकती है. चूकिं, बिड़ला कोटा से दो बार के सांसद हैं.
किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों का जोर
बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा दौसा की किसी भी सीट से मैदान में उतर सकते हैं. यहां उनके समर्थकों में गजब का जोश देखा जा रहा है. समर्थकों का मानना है कि किरोड़ी लाल ने मुद्दों पर खूब धरने दिए हैं और अभी भी वो धरने पर हैं. दौसा उनकी कर्मभूमि रही है. वहां पर उनका एक बड़ा जन समूह है. इसलिए उन्हें यहां से चुनाव में उतारने की तैयारी है.
राज्यवर्धन राठौड़ के लिए भी समर्थक मांग रहे सीट
जयपुर ग्रामीण से दो बार के लगातार सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के लिए भी उनके समर्थक डटे हुए हैं. उनकी जयपुर ग्रामीण से कोई भी विधान सभा सीट हो सकती है. राज्यवर्धन ने इस चुनाव में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है. पिछले दिनों उन्होंने पार्टी कर्यालय में एक-दो प्रेस कॉन्फेंस भी किए हैं. क्रिकेट खेलते हुए भी नजर आए हैं.