Rajasthan Election 2023: राजस्थान में गुर्जर (Gujjar) वोट की अहमियत बढ़ गई है. विधानसभा चुनाव देख दोनों पार्टियों की नजर गुर्जर समुदाय के मतदाताओं पर है. राजस्थान की 30-35 सीटों पर गुर्जर जाति का प्रभाव माना जाता है. गुर्जर समुदाय परंपरागत रूप से बीजेपी के साथ माना जाता है. कट्टर विरोधी मीणा समुदाय को कांग्रेस (Congress) समर्थक माना जाता है. 2018 के विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट (Sachin Pilot) की वजह से गुर्जर समुदाय का रुख कांग्रेस पार्टी की तरफ हो गया था. गुर्जर समुदाय ने कांग्रेस पार्टी को वोट सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने की आस में दिया था.
दोनों पार्टियों का केंद्र बना गुर्जर समुदाय
कांग्रेस ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. नाराज गुर्जर समुदाय सचिन पायलट के साथ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) भी गुर्जर समुदाय के बीच वर्चस्व बढ़ाने में लगे हुए हैं. उन्होंने भगवान देवनारायण की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर गुर्जर समाज को हितैषी दिखाने का प्रयास किया है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी का फोकस भी गुर्जर समुदाय पर है. पीएम नरेंद्र मोदी गुर्जर समुदाय के आराध्य भगवान देवनारायण की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच गए. अब देखने वाली बात होगी की विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज का वोट किधर जाता है.
2018 के विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज से 8 विधायक जीत कर सदन पहुंचे थे. 7 प्रत्याशी कांग्रेस के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे. एक प्रत्याशी जोगिन्दर सिंह अवाना बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीतकर विधानसभा का सदस्य बने. सभी बसपा विधायकों का कांग्रेस में विलय कर लेने के बाद विधानसभा में 8 गुर्जर समाज के सदस्य हो गए. राजस्थान विधानसभा 2018 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर गुर्जर समाज का एक भी विधायक जीत दर्ज कर विधानसभा नहीं पहुंच पाया.
इन जिलों में है गुर्जर समुदाय का प्रभाव
बीजेपी ने 9 गुर्जर समुदाय के लोगों को प्रत्याशी बनाया था. कांग्रेस ने 12 गुर्जर समाज के प्रत्याशियों को टिकिट दिया. 7 प्रत्याशी जीत कर विधानसभा में पहुंचे. राजस्थान के 12 जिलों में गुर्जर समाज का प्रभाव देखने को मिलता है. भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, टोंक, दौसा, कोटा, भीलवाड़ा, बूंदी, अजमेर और झुंझुनू जिलों को गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है. अब देखने वाली बात होगी की विधानसभा चुनाव 2023 में ऊंट किस करवट बैठता है. किसके खाते में गुर्जर समाज वोट करता है.