Rajasthan Assembly Elections 2023: राज्सथान (Rajasthan) में बीजेपी (BJP) ने 41 उमीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी की इस सूची के जारी होने के बाद पार्टी की राज्य इकाई में बगवात के सुर सुनाई देने लगें हैं. दरअसल, बीजेपी से टिकट के इच्छुक उम्मीदवार, जो पार्टी की 41 सीटों वाली पहली सूची में जगह नहीं बना सके हैं, उन्होंने 25 नवंबर को होने वाले चुनाव में या तो निर्दलीय या संभवतः अन्य पार्टियों से चुनाव लड़ने की योजना के साथ विद्रोह का झंडा बुलंद कर दिया है. वहीं बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व राज्य इकाई में पनप रहे इस विद्रोह से परेशान है. कहा ये भी जा रहा है कि इसमें ज्यादातर विधायक पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के वफादार हैं.
समर्थकों ने टायर जलाए
इस नाराज समूह में राजपाल सिंह शेखावत (झोटवाड़ा), विकास चौधरी (किशनगढ़), राजेंद्र गुर्जर (देवली उनियारा) और अनिता गुर्जर प्रमुख हैं. ये उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं जहां इन्हें टिकट नहीं दिया गया. पिछले कुछ दिनों में शेखावत के समर्थकों ने टायर जलाए और जयपुर में बीजेपी कार्यालय में घुसने की कोशिश की. ऐसा ही विरोध प्रदर्शन राजेंद्र गुर्जर के समर्थकों ने भी किया है. सूत्रों ने बताया कि शेखावत लगभग हर दिन सार्वजनिक बैठकों में भाग ले रहे हैं. संदेश स्पष्ट है कि पार्टी को जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नामांकन पर फिर से विचार करना चाहिए, अन्यथा वह (शेखावत) चुनाव लड़ेंगे.
वहीं एक और टिकट की इच्छुक उम्मीदवार अनीता गुर्जर, जिनके समर्थकों ने भी बीजेपी कार्यालय में हंगामा किया है. वहीं विकास चौधरी ने तो खुले तौर पर बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने की योजना की घोषणा की है. वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद और मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी ने उनकी जगह टिकट पाने वाली राजसमंद सांसद और पूर्व जयपुर राजघराने दीया कुमारी के परिवार पर निशाना साधा है.