Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने पांच जिलों में अपने अध्यक्ष बदल दिए हैं. पार्टी ने हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, सिरोही और चित्तौड़गढ़ के जिलाध्यक्ष विधानसभा का चुनाव लड़ना चाह रहे हैं, इसलिए उनकी जगह इन्हें लगाया गया है. बदले गए जिलाध्यक्ष का कार्यकाल भी लगभग पूरा हो चुका था. इनमें चित्तौड़गढ़ के जिलाध्यक्ष बने मिट्ठू लाल जाट की ज्यादा चर्चा है. क्योंकि, ये प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के बेहद खास हैं. 


दरअसल, जब सीपी जोशी जिलाध्यक्ष हुआ करते थे, तब मिट्ठू लाल जिला महामंत्री हुआ करते थे. जाट को पिछले कई दिनों से जिला अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा हो रही थी, क्योंकि कहा जा रहा था कि सीपी जोशी अपने कार्यकाल में मिट्ठू लाल को जिलाध्यक्ष बनाना चाहते थे, क्योंकि चित्तौड़गढ़ में जिला अध्यक्ष रहते हुए सीपी जोशी ने जिस तरीके से बीजेपी को विधानसभा में 5 सीटों पर जीत दिलाई थी, उन्हें उम्मीद है कि उनके लिए उसी तरीके से मिट्ठू लाल काम कर सकते हैं. 


इन्हें मिली है जिम्मेदारी
बीजेपी ने श्रीगंगानगर से सारण पाल सिंह, हनुमानगढ़ से देवेंद्र पारीक भीलवाड़ा से प्रशांत मेवाड़ा, सिरोही से सुरेश कोठारी और चित्तौड़गढ़ से मिट्ठू लाल जाट को बीजेपी जिलाध्यक्ष बनाया गया है. 


इसके पीछे को सियासी कहानी
सीपी जोशी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पिछले पांच महीने में किसी भी जिले में कोई परिवर्तन नहीं किया गया था. इसलिए माना जा रहा था कि सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ में बड़ा बदलाव करना चाहते थे. सूत्रों की मानें तो पहले 13 जिलों में जिलाध्यक्ष बदलने की तैयारी थी. मगर, बाद में 7 पर बात बन रही थी. फिर 5 जिलाध्यक्ष बदल दिए गए. ऐसे में माना जा रहा है कि जो भी जिला अध्यक्ष चुनाव की तैयारी में जाना चाहते हैं उन्हें बदला जा सकता है. 


चित्तौड़गढ़ में मिट्ठू लाल जाट के जिलाध्यक्ष बनने की चर्चाएं कई दिनों से चल रही थी. वहां पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और अन्य नेता इस बदलाव को नहीं चाह रहे थे, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष ने इसके लिए तैयार थे. सूत्र बता रहे हैं कि एक अध्यक्ष बदलने के लिए कई जिलों के अध्यक्षों को बदला गया है. इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. 


ये भी पढ़ें


Rajasthan: 'शरीर के कई टुकड़े कर बोरवेल में डाला था', जैन मुनि की जघन्य हत्या के विरोध में राजस्थान बंद