Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है, जिसके लिए राजनीतिक पार्टियों ने तैयारी भी शुरू कर दी है. सोमवार को बीजेपी के जिला संयोजक और विधानसभा संयोजकों की कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला में मतदाता सूचियों में जो नए वोटर्स जुड़े हैं, उन्हें किस प्रकार से बीजेपी से जोड़ा जाए, इसके लिए कार्यशाला में जानकारी दी गई.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान में लाखों की संख्या में नए मतदाता जुड़े हैं, जो पहली बार अपना वोट डालेंगे. बीजेपी की निगाह नए मतदाता पर है और सोमवार की कार्यशाला में भरतपुर जिले में लगभग डेढ़ लाख नए मतदाताओं के बीच जाने की रणनीति बनाई है. आज की कार्यशाला में पूर्व जिला अध्यक्ष गिरधारी तिवारी, विधानसभा चुनाव के जिला संयोजक मोहन सिंह रारह , युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष सौरव ताखा, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष हंसिका गुर्जर, विधानसभा संयोजक सहित बीजेपी कई कार्यकर्ता और मंडल प्रमुख उपस्थित रहे.
भरतपुर संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच ने बताया है कि राजस्थान में 18 साल से लेकर 23 साल तक के नए मतदाता जो पहली बार विधानसभा चुनाव में वोट डालेंगे, उन्हें बीजेपी से जोड़ने के लिए 21 जनवरी से 10 फरवरी तक अभियान चलेगा. प्रत्येक मंडल तक संयोजक नियुक्त किये हैं. तीन चरणों में नए मतदाताओं से जुड़ने के लिए रणनीति बनाई गई है. पहले सार्वजनिक स्थानों पर केनोपी लगाकर उसके बाद संस्थागत जो संस्थाए है उनपर जाकर नए मतदाताओं को जोड़ा जायेगा और उसके बाद बूथ स्तर पर नए मतदाओं को भाजपा से जोड़ने का काम बीजेपी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा.
कांग्रेस ने नहीं की सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति
कांग्रेस की बात करें तो लगभग ढाई साल बीत जाने के बाद भी अभी कई जिलों में जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं हुई है. जब जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष ही नहीं है तो विधानसभा के चुनाव में कैसे वापसी का सपना कांग्रेस पार्टी देख रही है. लोगों में इस बात की चर्चा भी है और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर कई जगह रोष भी देखा गया है.
ढाई साल बाद भी राजस्थान में अभी 100 ब्लॉक अध्यक्षों के साथ ही कई जिला अध्यक्षों के पद खाली हैं और कांग्रेस पार्टी के आला नेता 2023 में सरकार की वापसी की बात करते हैं. कांग्रेस के जिला कार्यकर्ता कुछ भी बोलने से बच रहे है और यही कहते है की जल्दी ही जिला अध्यक्षों की और बाकी रहे ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति हो जाएगी. अब देखने वाली बात यही है की कब तक जिला अध्यक्षों की और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति होगी.
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