Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान विधानसभा चुनाव का बिगुल बच चुका है. जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, प्रदेश के दोनों ही प्रमुख सियासी दल कांग्रेस और बीजेपी की सियासी गर्मियां भी तेज हो रही है. राजस्थान में अपनी योजनाओं के बूते कांग्रेस रिपीट सरकार बनाने का दावा कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी भी वापसी के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. लंबे मशक्कत के बाद बीजेपी ने लगभग 39 सीटों के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची लगभग तैयार कर ली है और कुछ नामों को सूची में डालने के लिए अंतिम रुप दिया जा रहा है. खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अक्टूबर को जोधपुर दौरे के बाद, बीजेपी उम्मीदवारों के नामों पहली सूची जारी कर सकती है. 


बीजेपी में कई सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को लेकर अभी संशय की स्थिति है, उनमें से राजस्थान की सरदारपुरा विधानसभा सीट है. ये सीएम अशोक गहलोत की रिवायती सीट मानी जाती है. इस सीट से सीएम अशोक गहलोत चार बार चुनाव जीत कर राजस्थान विधानसभा पहुंचे हैं. बीजेपी इस बार उन्हें आसानी से चुनाव नहीं जीतने देना चाहती है. यही वजह है कि यहां से बीजेपी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को चुनावी रण में उतारने की योजना बना रही है. फिलहाल वह जोधपुर से सासंद हैं. साल 2018 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया था.  


सीएम गहलोत के खिलाफ कौन होगा बीजेपी कैंडिडेट?
बीते सोमवार (2 अक्टूबर) को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कह चुके हैं कि बीजेपी उम्मीदवारों की सूची तैयार हो गई है, जल्द ही सभी के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाएगा. हालांकि सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ कौन मुकाबला करेगा ये अभी स्पष्ट नहीं है. मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी बीजेपी कई सांसदों को विधानसभा चुनाव में मैदान में उतार सकती है. ऐसा माना जा रहा है राजस्थान में भी बीजेपी ऐसा ही प्रयोग कर सकती है. 


विधानसभा अध्यक्ष की सीट से इन्हें मिल सकता है टिकट
एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान सहित पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को सेमीफाइन के तौर पर देखा जा रहा है. पांच में से तीन राज्यों में सीधे तौर पर कांग्रेस और बीजेपी में लड़ा है. इसलिए बीजेपी सुनियोजित ढंग से सांसदों सहित कुछ अन्य मजबूत उम्मीदवारों को कांग्रेस के दिग्गज के नेताओं के मुकाबले खड़े कर उन्हें पटखनी देना चाहती है. राजसमंद से बीजेपी सांसद दीया कुमारी को पार्टी नाथद्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की योजना बना रही है, ये सीट उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आती है. वर्तमान में इस सीट से राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी विधायक हैं. 


सीएम फेस को लेकर बीजेपी में घमासान
बीजेपी द्वारा विधानसभा चुनाव में सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों के उतारने के फैसले से सियासी घमासान शुरू हो गया है. सियासी जानकार इसे क्षेत्रीय नेताओं जैसे वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के प्रभुत्व को कम करने की योजना के रुप में देख रहे हैं. जिससे राष्ट्रीय स्तर पर युवा और नए चेहरों को खड़ा करने की है, जो न सिर्फ आगामी लोकसभा चुनाव में बल्कि लंबे समय तक पार्टी का नेतृत्व कर सके.


राजस्थान विधानसभा चुनाव में दिग्गजों के मैदान में उतारने के क्रम में पार्टी के अंदर और बाहर सीएम फेस को लेकर भी कयास शुरू हो गए हैं. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (3 सितंबर) को चित्तौड़गढ़ की रैली में ये स्पष्ट कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का कोई व्यक्ति विशेष चेहरा नहीं होगा, बल्कि ये सिर्फ पार्टी का निशान कमल और खुद पार्टी होगी. 


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