Rajasthan Election 2023: दो बार बीजेपी से विधायक रहीं अनीता सिंह का कटा टिकट, निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया एलान
Rajasthan Elections 2023: विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 41 कैंडिडेट की घोषणा की है, इसके बाद BJP में विरोध भी शुरू हो गया है, यहां अनीता सिंह का टिकट काटकर जवाहर सिंह बेढम को प्रत्याशी बनाया है.
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा का बिगुल बजते ही 9 अक्टूबर को बीजेपी ने राजस्थान में 41 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं जिसके बाद बीजेपी में बगावत और विरोध सामने आने लगे हैं . भरतपुर जिले की नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी जवाहर सिंह बेढम को प्रत्याशी बनाया है. नगर विधानसभा सीट से वर्ष 2008 और 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधायक बनने वाली इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. दो बार बीजेपी की विधायक रही अनीता सिंह ने टिकट नहीं मिलने के बाद आज निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
पूर्व विधायक अनीता सिंह के घर पर उनकी विधानसभा क्षेत्र के लोगों की पंचायत आयोजित की गई. पंचायत में लोगों ने बीजेपी द्वारा अनीता सिंह को टिकट नहीं देने पर नाराजगी जताई और अनीता सिंह को निर्दलीय चुनाव लड़ाने का ऐलान कर. गौरतलब है की नगर विधानसभा सीट से दो बार विधायक रही अनीता सिंह का टिकट काटकर जवाहर सिंह बेढम को बीजेपी ने नगर से टिकट दिया है. जवाहर सिंह वर्ष 2018 में कामा से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े थे और 40,000 वोट से हार गए थे.
बीजेपी को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है
बीजेपी किसान मोर्चा प्रवक्ता नेम सिंह फौजदार को भी टिकट नहीं दिया है नेम सिंह फौजदार भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके है नेम सिंह फौजदार का कहना है की जिन्दा लोग पांच साल तक इन्तजार नहीं कर सकते, इस लिए नेम सिंह भी चुनाव लड़ने की तयारी कर रहे है और बीजेपी को बागियों के चुनाव लड़ने से काफी बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है. बीजेपी द्वारा जैसे ही टिकट वितरण की घोषणा कर दी गई उसके तुरंत बाद ही पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी में नाराजगी व्याप्त हो गई है अब नगर विधानसभा में बगावत देखने को मिल रही है . जिन उम्मीदवारों को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है वह निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद रहे है.
क्या कहना है अनीता सिंह का
पूर्व विधायक अनीता सिंह ने पंचायत के बाद वार्ता करते हुए बताया कि आज मुझे गांव वालों ने बुलाया था और कहा है की अब तक आपने पार्टियों से चुनाव लड़े होंगे. इस बार आप गांव की तरफ से लड़ो. राम से और गांव से बड़ी कोई चीज नहीं होती, गांव वालों ने हमेशा मेरा साथ दिया है. गांव वाले जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करूंगी. क्षेत्र की जनता की एक ही आवाज है की जिसने इस पार्टी को बढ़ाया, जिसने इस पार्टी को यहां तक पहुंचाया उसका टिकट काट कर पार्टी ने बहुत गलत काम किया है.
जनता जो कहेगी मैं वही करूंगी
अनीता सिंह ने कहा- 'मैं भी कहना चाहती हूं की मैंने इस पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया, मैं जिला प्रमुख कांग्रेस के टिकट पर बनी थी उस समय मुझे भारतीय जनता पार्टी ने कहा था की पार्टी आपका ख्याल रखेगी, आप पार्टी में आइये. मैंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दो महीने पहले ही कहा था की आप मुझे बताइये कि आप मुझे चुनाव लड़ाएंगे या नहीं लड़ाएंगे. अगर नहीं लड़ाना है तो मुझे आज ही कह दो, उन्होंने यही कहा था जिस पौधे को हमने लगाया है उसे आगे बढ़ाएंगे और जनता जो कहेगी में वही करुंगी.'
अनीता सिंह ने कहा- 'जनता आज मुझे कहा है आपको चुनाव लड़ना है में चुनाव लड़ूंगी. पार्टी का मेरे पास फोन आए और मैंने उनको बता दिया कि मैं अब आपके बंधन से निकल चुकी हूं, क्योंकि आपने मुझे धोखा दिया मुझसे झूंठ बोला. जनता का फैसला ही सर्वोपरि है, इसलिए उनके हक़ के लिए मुझे चुनाव लड़ना पड़ेगा.'
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