Rajasthan News: बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (bjp president cp joshi) ने प्रदेश की गहलोत सरकार को महंगाई और भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर घेरा. उन्होंने कहा प्रदेश में महंगाई, अपराध, तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार चरम पर है. मुख्यमंत्री अपनी सरकार की कमियां स्वीकार करने की अपेक्षा दूसरों पर आरोप प्रत्यारोप करते हैं. जोशी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत राजेश पायलट को अपना मित्र बताते हैं तो फिर मित्र का बेटा नकारा, निकम्मा और गद्दार कब से हो गया. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोकतंत्र और सुशासन पर बात करने का अपना नैतिक अधिकार खो चुके हैं.


सीपी जोशी ने आगे कहा, "देश का सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल और महंगी बिजली देने वाले मुख्यमंत्री को महंगाई पर बात करने का नैतिक हक नहीं है. महंगाई को कम करने के लिए केंद्र और अन्य राज्यों की सरकार ने पेट्रोल पर वेट और टैक्स घटाया, परंतु प्रदेश सरकार ने इसमें कोई कमी नहीं की है. आखिर क्या कारण है कि आप साढे चार साला से प्रदेश की जनता की जेब काट रहें हो. अपराध में प्रदेश की स्थिति बदतर है. रेप, महिला अत्याचार, दलित अत्याचार में प्रदेश नंबर वन है. एनसीआरबी के आकड़े स्पष्ट रूप से यह बात कह रहे हैं. आप बातों को घुमा फिरा कर कहते हैं और प्रदेश की जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास बार-बार करते हैं. अब आपका असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है."


'तुष्टीकरण की नीतियों को देख चुके हैं'


बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने आगे कहा, "तुष्टिकरण इस सरकार का काला चेहरा है. चाहे मालपुरा की घटना हो या करौली की घटना हम इनकी तुष्टीकरण की नीतियों को देख चुके हैं. लोग अपना घर खाली करके चले जाते हैं और सरकार की नींद नहीं उड़ती. प्रदेश में कुछ स्थान ऐसे हैं जहां मोटरसाइकिल पर पांच लोग बिना हेलमेट बैठकर जाएं उनका चालान नहीं बनता और कुछ जगह तीसरा कोई बैठ जाए तो चालान हो जाता है. यह तुष्टीकरण नहीं है, तो क्या है. फूट डालो राज करो यह कांग्रेस का मूल मंत्र रहा है. जिसे प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए भारत माता के टुकड़े-टुकड़े कर दिए हों, तुष्टिकरण के बयान देना उनके स्वभाव में है." 


'भ्रष्टाचार के काले चिट्ठे खुलेंगे'


सरकार को घेरते हुए जोशी ने कहा, "सरकारी कार्यालयों में काला धन मिलना, सरकार के मंत्री द्वारा सदन में सरकार पर भ्रष्टाचार की लाल डायरी का जिक्र करने पर, उन्हें रातों रात हटा देना आपकी नियत पर प्रश्न लगाता है. जब आपकी एजेंसियां भ्रष्टाचार पर काम नहीं कर रही है, तो ऐसे में केंद्रीय एजेंसियां क्यों नहीं आएंगी ऐसी भी ने 600 से अधिक मामले भ्रष्टाचार के दर्ज किया आपने इनमें से कितने मामलों में अभियोजन की स्वीकृति दी. आप भ्रष्ट अधिकारियों को वापस उसी जगह पोस्टिंग दे रहे हैं. आपका विधायक और मंत्री सरेआम मंचों पर आपके भ्रष्टाचार के काले चिट्ठे उजागर कर रहे हैं. आपकी सरकार में जनता के पैसों पर डाका डाला जा रहा है . डाकुओं की तरह सरकारी पैसा लूटा जा रहा है. अन्नपूर्णा पैकेट में मिलावट, बिजली खरीद में भ्रष्टाचार, बच्चों का पोषाहार खा गए. आजादी के बाद पहली ऐसी सरकार आई है, जिसने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए."


ये भी पढ़ें


Rajasthan Election 2023: कांग्रेस के कई विधायकों से खुश नहीं है जनता? राजस्थान में रिवाज बदलने के लिए पार्टी कर सकती है यह काम