Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा 2023 के चुनाव में बागी और निर्दलीय प्रत्याशीयों ने भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) पार्टी का समीकरण बिगाड़ रखा है. टिकट वितरण से नाराज होकर बागी के रूप में निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी से टिकट लेकर मैदान में उतरे प्रत्याशियों को जनता का समर्थन भी मिल रहा है. भरतपुर (Bharatpur) जिले की बयाना (Bayana) विधानसभा सीट पर भाजपा की बागी महिला प्रत्याशी ने यहां दोनों प्रमुख पार्टियों के पसीने छुड़ा रखे हैं
बयाना विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रितु बनावत (Ritu Banawat) भाजपा की बागी हैं. रितु बनावत साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं, मगर लगभग 5000 वोटों से वो चुनाव हार गई थीं. भारतीय जनता पार्टी ने इस बार रितु बनावट को टिकट न देकर पूर्व विधायक बच्चू बंशीवाल को टिकट देकर यहां से मैदान में उतारा है. वहीं रितु बनावत टिकट न मिलने से नाराज होकर इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं और उनके पति ऋषि बंसल ने भी भाजपा जिला अध्यक्ष पद से स्तीफा दे दिया है.
बयाना है गुर्जर बाहुल्य सीट
रितु बनावत साल 2013 में निर्दलीय और 2018 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं, मगर दोनों ही बार चुनाव महज पांच हजार मतों से हार गई थीं. रितु का कहना है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट की लहर थी, जिसकी बजह से वह चुनाव हार गई थीं, लेकिन इस बार गुर्जर समाज उनके साथ है. भरतपुर जिले की बयाना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बयाना विधानसभा सीट गुर्जर बाहुल्य सीट है. इस सीट पर जीत-हार का निर्णय गुर्जर मतदाता ही करते हैं.
साल 2018 के चुनाव में सचिन पायलट की वजह से गुर्जर समुदाय की वोट कांग्रेस को मिले थे. इस बार गुर्जर समुदाय का कहना है कि पिछली बार सचिन पायलट की वजह से कांग्रेस को वोट देकर रितु को हरा दिया था, लेकिन सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाया गया. इसलिए गुर्जर समुदाय इस बार कांग्रेस भाजपा नहीं बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी रितु बनावत के साथ है.