राजस्थान में आने वाले विधानसभा चुनाव में मेवाड़ की सबसे बड़ी हॉट सीट चित्तौड़गढ़ विधानसभा बनी हुई है. क्योंकि यहां टिकट कटने के बाद भाजपा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने बातावत की और निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया. प्रत्याशी सूची जारी होने के बाद करी 10 से ज्यादा दिन से विरोध चला लेकिन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का गढ़ होने के बाद भी वह नहीं पहुंचे. नामांकन वापसी के अंतिम दिन बचे होने पर कह चित्तौड़गढ़ आए और मीडिया से बातचीत की. उन्होंने बागी हुए चंद्रभान सिंह आक्या को लेकर बयान दिया. जानिए क्या कहा सीपी जोशी ने.

 

नरपत सिंह राजवी को टिकट क्यों मिला बताया जोशी ने

 

उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में टिकट वितरण का निर्णय शीर्ष नेतृत्व करता है. शीर्ष नेतृत्व ने दो बार विधायक रहे नरपत सिंह राजवी को यहां से उम्मीदवार बनाया है. नरपत सिंह राजवी उस परिवार से आते हैं जिस परिवार ने शुचिता और  ईमानदारी से कार्य किया है. इस परिवार के स्व.भैरोंसिंह शेखावत ने राजस्थान की राजनीति को और भारतीय जनता पार्टी को स्थापित कर कमल खिलाने का कार्य किया है. काम के बदले अनाज योजना की अंत्योदय योजना के प्रणेता और प्रदेश को परिवार मानकर सेवा करने वाले शेखावत के परिवार से जुड़े नरपत सिंह राजवी ने भी इस काम को आगे बढ़ाया है. रही बात टिकट की तो ये निर्णय भाजपा का शीर्ष और श्रेष्ठ नेतृत्व ही करता है.

 

विरोध और बागी पर बोले जोशी

 

चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटने के सवाल पर कहा कि आप मुझे प्रदेशाध्यक्ष के नाते जो कुछ कहें मैं सुनने को तैयार हूं. मुझे पत्थर मारें वो झेलने को तैयार हूं, पर मेरी पार्टी, मेरे घर, मेरे परिवार और समाज को गाली ना दें. ये चित्तौड़गढ़ की जनता ही है कि पार्टी के आदेश पर जनता ने मुझे दो बार सांसद बनाया और प्रदेश अध्यक्ष बना हूं. टिकट वितरण पारदर्शिता की बात कहते हुए जोशी ने चुनौती देते हुए कहा कि किसी माई के लाल और किसी पार्टी में हिम्मत हो तो सामने आकर बताए. सीपी जोशी अपना नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार है. जोशी ने कहा कि मैं सब कुछ भूलने को तैयार हूं पर किसके आगे भूलूं ये भी देखने वाली बात है. कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस 7 गारंटी लेकर आई है लेकिन जिनकी गारंटी खत्म हो गई है उनकी गारंटी नहीं चलेगी. अब गारंटी तो सिर्फ मोदी जी की ही चलेगी.