Rajasthan Election 2023: सत्ता पाने के लिए वादों की बौछार, दोनों पार्टियों ने किया महिलाओं पर फोकस
Rajasthan Election 2023 News: सत्ता पाने के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी, दोनों का महिलाओं पर फोकस ज्यादा है. महिला मतदाता को लुभाने के लिए संकल्प पत्र और गारंटी में महिलाओं को तवज्जो दी है.
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे -जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे ही वादों की बौछार राजनीतिक पार्टियों द्वारा बढ़ती जा रही है. कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों का महिलाओं पर फोकस है. भारतीय जनता पार्टी के अन्य राज्यों के कई नेता भी राजस्थान में आकर चुनाव की बागडोर संभाल रहे हैं.
दोनों पार्टियों ने अब घोषणा पत्र को गारंटी का रूप दिया गया है. कांग्रेस पार्टी ने 7 गारंटी देने का वादा किया है, जिसमें महिलाओं के लिए गृहलक्ष्मी गारंटी पहले नंबर पर है. गृहलक्ष्मी गारंटी के तहत घर की महिला मुखिया को प्रतिवर्ष 10 हजार देने की गारंटी कांग्रेस सरकार दे रही है. उनका कहना है की इससे महिलाओं के श्रम को सम्मान व आर्थिक सुदृढ़ता मिलेगी. युवाओं को भी सरकारी कॉलेज में प्रवेश लेने पर लैपटॉप या टैबलेट देने की गारंटी कांग्रेस दे रही है. कांग्रेस ने महिलाओं और युवाओं को लुभाने के लिए गारंटी की घोषणा की है.
भारतीय जनता पार्टी ने भी महिलाओं के लिए की घोषणा
भारतीय जनता पार्टी ने भी संकल्प पत्र जारी किया है, जिसमें महिलाओं के लिए घोषणा की है. भारतीय जनता पार्टी ने महिला सुरक्षा पर फोकस करते हुए प्रत्येक जिले में एक महिला थाना खोलने का संकल्प लिया है. साथ ही पुलिस थानों में महिला डेस्क बनाने, प्रदेश के प्रमुख शहरों में एण्टी रोमियो स्क्वाड का गठन करने और 12वीं पास मेधावी छात्राओं को फ्री स्कूटी और महिलाओं को केजी से लेकर पीजी तक शिक्षा फ्री मातृ वंदना की राशि को 8 हजार करने और उज्ज्वला योजना का सिलेंडर 400 रुपये का करने का संकल्प लिया है.
दोनों पार्टियों का महिलाओं पर फोकस
कांग्रेस की सात गारंटियों के बाद भाजपा भी मोदी गारंटी लेकर चुनावी मैदान में आ रही है. कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी महिला मतदाता को लुभाने के लिए अपने संकल्प पत्र और गारंटी में महिलाओं को खासी तवज्जो दी गई है. दोनों ही दल महिलाओं के लिए किये गए वादों में एक दूसरे से आगे निकलने का प्रयास करते हुए दिखाई दे रहे है. इसलिए महिलाओं के लिए योजनाओं घोषणा करने की होड़ लगी हुई है. दोनों पार्टियों की चुनावी सभाओं और चुनाव प्रचार में नेताओं द्वारा योजनाओं का बखान करते देखा जा रहा है.
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रदेश की जनता और महिलाएं किस पार्टी के वादों पर विश्वास करती है और किस पार्टी को अपना समर्थन देकर सत्ता की चाबी सौंपती है.