Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot: राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार बजट पेश करने जा रही है. इसके साथ ही, यह सरकार का अंतिम बजट होगा. वहीं, सियासी गलियारे में चर्चा तेज हो गई है कि क्या सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट की लड़ाई भी खत्म होगी? क्या इसके बाद या इसके पहले कोई हल निकलेगा? हर तरफ बस यही एक ही सवाल है कि कुछ होगा या नहीं? बजट से पहले यह बात बहुत जोर पकड़ चुकी है.
इस बीच लगातार सचिन पायलट विधानसभा की कार्यवाही में जा भी रहे हैं. फिर भी हर तरफ सन्नाटा है. वहीं, चर्चा है कि पिछले दिनों दिल्ली में आलाकमान ने कुछ बातचीत की है. माना जा रहा है कि जल्द ही कुछ अपडेट आ सकता है. सूत्रों का कहना है कि बजट के बाद सरकार चुनाव में चली जाएगी. जिनपर कार्रवाई होने की बात हुई थी, वो सवाल भी मौजूं है. उसे भी लेकर समय-समय पर मांग उठती रही लेकिन सवाल पूछने वाले ही खामोश हैं. उनपर भी ही एक तरह से कार्रवाई हो जा रही है. बाकि लोगों का सोशल मीडिया भी खामोश हैं. तो आखिर होगा क्या ?
भारत जोड़ो की यात्रा से पहले और बाद में उम्मीद
जब राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा आने वाली थी, तब भी मांग तेज हो गई थी, लेकिन एक दिन पहले ही अशोक गहलोत का एक इंटरव्यू ने सबकुछ साफ कर दिया था. फिर ये चर्चा होने लगी कि 30 जनवरी के बाद भारत जोड़ो यात्रा के खत्म होने के बाद कुछ जरूर होगा. यात्रा खत्म हुई, लेकिन कोई अपडेट नहीं आई. सरकार बजट लेकर आ गई. इस बीच दिल्ली में हलचल बढ़ी तो यहां भी माहौल बदलने लगा और कुछ तेवर भी दिखने लगा. अचानक से सियासी हलचल तेज हुई, फिर भी अब चारों तरफ एक सन्नाटा और शांति है.
सवाल पूछने वाले वाले भी अपने क्षेत्र में जुटे
25 सितंबर की घटना के बाद से लगातार यहां पर कुछ विधायक और मंत्री अशोक गहलोत सरकार और तीन लोगों पर खूब हमलावर थे. आए दिन तंज कसना और सवाल करने शुरू हो गए थे, लेकिन अब सब कुछ शांत है. जब से इस्तीफा देने वाले विधायकों के नाम सामने आये हैं तभी से 'अंदरखाने' कुछ पक जरूर रहा है. इसी बीच झुंझुनू के गुढ़ा में किसान पंचायत कराने वाले मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा पर एक मामले में वार्ड पंच ने एफआईआर दर्ज करवा दी है. मंत्री गुढ़ा ने खुलकर अशोक गहलोत पर हमला बोला है. सवाल पूछने वाले खुद अब सवालों में उलझ रहे हैं.
बजट के बाद बचा ही क्या है?
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि जब इस सरकार का अंतिम बजट पेश हो जाएगा, तो उसके बाद बचा ही क्या है? सरकार और पार्टी दोनों चुनाव में चली जाएगी. आलाकमान को लेकर भी लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं. एक तरफ से यही सवाल है कि जिन लोगों पर कार्रवाई की बात हो रही थी, उनपर क्या कोई एक्शन लिया गया है या लिया जाएगा? या बजट लाने तक की ही चुनौती थी?