Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान के भरतपुर जिले की नगर विधानसभा सीट पर 2003 कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गई है. इस सीट से कांग्रेस 2003 के बाद से नहीं जीत पाई है. नगर सीट से कांग्रेस को अब तक ऐसा प्रत्याशी नहीं मिला है जो यहां से पार्टी का सूखा खत्म कर सके.
नगर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का आलम ये है कि साल 2013 में कांग्रेस यहां छठे नंबर की पार्टी बन गई थी. इसके अलावा साल 2018 में कांग्रेस इस सीट पर चौथे स्थान पर आई थी. हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नगर विधानसभा क्षेत्र के सीकरी कस्बे में पहुंचे थे और उन्होंने यहां किसानों की किसान सभा को संबोधित किया था. साथ ही राजस्थान में चल रहे महंगाई राहत शिविर द्वारा दी जा रही राहत गारंटी का बखान करते हुए कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव में वोट देने की अपील की थी और 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा किया था.
पिछली बार ऐसे थे नतीजे
अगर यहां के पिछले चुनाव के चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो पिछली बार विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी वाजिब अली ने जीत दर्ज की थी. वाजिब अली को 66 हजार 644 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नेम सिंह फौजदार रहे थे, उनको 37 हजार 177 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर बीजेपी की प्रत्याशी अनीता सिंह जिनको 34 हजार 946 वोट मिले छठे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी मुरारी लाल गुर्जर रहे, जिनको 31 हजार 671 वोट मिले. राजस्थान की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस तीसरे और चौथे नंबर पर रहीं थी.
2013 में ऐसा रहा था रिजल्ट
इसी तरह साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अनीता सिंह ने जीत दर्ज की थी, अनीता सिंह को 44 हजार 670 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर वाजिब अली रहे थे. 2013 में वाजिब अली को 36 हजार 557 वोट मिले थे और वह नेशनल पीपुल्स पार्टी से चुनाव लडे थे. तीसरे नंबर पर नेम सिंह फौजदार रहे थे, जिन्हें 30 हजार 418 वोट प्राप्त हुए थे और नेम सिंह फौजदार वर्ष 2013 में भी समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े थे.
इस बार ये नेता टिकट की दौड़ में
बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीत कर वाजिब अली कांग्रेस में चले गए थे. अब देखने वाली बात यह है कि क्या कांग्रेस पार्टी वाजिब अली को टिकट देगी. जिस पार्टी का प्रत्याशी छठवें और चौथे नंबर पर आया हो उस पार्टी का प्रत्याशी क्या जीत पाएगा. भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी इस बार कौन होगा? कई नए चेहरे बीजेपी की टिकट लेने के प्रयास में लगे हैं. 2018 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे नेम सिंह फौजदार भी अब बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए है और नेम सिंह भी बीजेपी का टिकट लेने के प्रयास कर रहे है. अब देखने वाली बात यह होगी की दोनों प्रमुख पार्टी कांग्रेस और भाजपा टिकट किसे देते है उसी पर हार जीत निर्भर करती है.
ये है वोटर्स का समीकरण
नगर विधानसभा वर्ष 2013 के चुनाव में वाजिब अली दूसरे नंबर पर रहे थे. नगर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट लगभग 50 हजार हैं. उसके बाद दूसरे नम्बर पर गुर्जर मतदाता हैं. लगभग 46 हजार गुर्जर मतदाता हैं. तीसरे नंबर पर जाट मतदाता आते हैं, जो लगभग 37 हजार हैं. नगर विधानसभा क्षेत्र में एससी के मतदाता भी लगभग 30 हजार हैं, जो नगर विधानसभा सीट पर निर्णायक माना जाता है. अन्य कई जातियों के भी मतदाता हैं जो विधायक बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
कांग्रेस का मिशन 156 सीट
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि वे जहां भी जा रहे हैं वहां सभा में काफी भीड़ उमड़ रही है. प्रदेश की जनता सरकार द्वारा चलाई गई जनकल्याणकारी योजनाओं से खुश हैं. इसलिए इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी 156 सीट जीत कर सरकार बनाएगी.
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