Rajasthan Assembly Election 2023: कोटा जिले की सांगोद सीट से विधायक भरत सिंह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोध में खुलकर उतर आए हैं. मंगलवार को उन्होंने सीएम गहलोत के खिलाफ रोष जताते हुए अपना सिर मुंडवा लिया. सिंह ने गहलोत पर एक भ्रष्ट मंत्री को बचाने और उनकी सलाह की अनदेखी करने का आरोप लगाया था. आइए जानते हैं आखिर कांग्रेस विधायक अपनी सरकार से क्यों नाराज हैं.
दरअसल, भरत सिंह भ्रष्टाचार, पर्यावरण संरक्षण, युवाओं को टिकट देने, बुजुर्ग नेताओं को राजनीति में पीछे रहने, अवैध खनन सहित कई मामलों पर सीएम अशोक गहलोत को लगातार घेर रहे हैं. यही नहीं भरत सिंह ने एक मौके पर मुख्यमंत्री को अहंकारी तक बता दिया.
बता चुके हैं अहंकारी
भरत सिंह ने कहा था, "मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि मैंने यह किया और मैंने वह किया, यह अहंकार की भाषा उन्हें भी शोभा नहीं देती है." भरत सिंह ने आगे कहा, "अशोक गहलोत कहते हैं मांगते-मांगते थक जाओगे में देते-देते नहीं थकूंगा, मैंने बारां के खान की झोपड़िया गांव को कोटा में मांगा था जो मुझे नहीं मिला. मैंने कोई 100 गांव की जागीर नहीं मांगी है. मेरी यह मांग पूरी तरह से सही है." उन्होंने कहा कि 'खेत को खेत की बाड़ ही खा जाए और भरत सिंह चुप बैठा रहे, यह संभव नहीं है.
सीएम को भेजेंगे बाल और पत्र
सांगोद विधायक की मांग ये भी है कि खान की झोपड़ियों को कोटा में शामिल किया जाए. उनका कहना है कि जब तक इसे कोटा में शामिल नहीं किया जाता है तब तक वे सिर पर बाल नहीं रखेंगे. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा है कि आज अगर सीएम गहलोत कोटा आते हैं तो वे अपने बाल और एक पत्र उन्हें देंगे अगर नहीं आते हैं तो डाक के जरिए बाल और पत्र उन्हें भेजेंगे.
जलाया रावण का पुतला
बता दें कि सांगोद विधायक सिंह और उनके समर्थकों ने मंगलवार को कोटा शहर के गुमानपुरा क्षेत्र में रावण का पुतला भी जलाया. विधायक ने सुबह अपना सिर मुंडवा लिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह कदम मुख्यमंत्री के विरोध के प्रतीक के तौर पर उठाया गया है.
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