Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य में चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. इसी बीच एक खबर आ रही है कि राज्य की सत्ता पर काबिज कांग्रेस अपने मौजूदा कई विधायकों और मंत्रियों के टिकट काट सकती है. कांग्रेस से जुड़े दो थिंक टैंक के छह आंतरिक सर्वे में बात सामने आई है कि राजस्थान में 80 सीटें ऐसी हैं जहां कुछ विधायकों को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सर्वे से यह भी पता चला है कि कांग्रेस या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है.


बताया जा रहा है कि इस समस्या से निपटने के लिए कांग्रेस कुछ मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के टिकट काट सकती है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार  विधानसभा सीट के हिसाब से अब तक हुए छह सर्वे में 80 सीटों की रिपोर्ट अच्छी नहीं है. नेता ने बताया कि पार्टी इन मंत्रियों और विधायकों के क्षेत्रों में सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए चेहरे बदलना चाहती है. इसके लिए आलाकमान ने उन 33 सीटों पर चेहरे बदलने की मंजूरी दे दी है. जहां सर्वे में पार्टी की सीधी हार का संकेत मिल रहा है. इनमें दो कैबिनेट मंत्री, दो राज्य मंत्री, 22 विधायक और 7 पूर्व उम्मीदवार शामिल हैं. बता दें कि राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था. उस समय पार्टी द्वारा जारी किए गए टिकटों में से 10 टिकट कांग्रेस से जुड़े पुराने परिवारों के उम्मीदवारों को दिए गए थे.


कांग्रेस को इन सीटों पर झेलना पड़ा रहा है विरोध
गंगानार, हनुमानगढ़, पिलानी, करणपुर, उदयपुरवाटी, दांतारामगढ़, हवामहल, आदर्श नगर, बगरू, चाकसू, रामगढ़, कठूमर, बयाना, हिंडौन, बामनवास, मारवाड़ जंक्शन, बिलाड़ा, शिव, जैसलमेर, गुढ़ामालानी, सिरोही, बेगूं, सहाड़ा, सांगोद डूंगरपुर, थानागाजी, मंडावा, बस्सी, दौसा, शेरगढ़, दूदू, नदबई और उदयपुर शहर.


ये भी पढ़ें:


Rajasthan Election: राजेंद्र राठौड़ का गहलोत सरकार पर हमला- 'बेराजगारों के नाम पर बनाई गई कल्ला कमेटी, रिपोर्ट अभी तक नहीं'