Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति पार्टियां तो अपनी तैयारी कर ही रही हैं. साथ ही निर्वाचन आयोग भी प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा मतदान हो इसकी तैयारी में लगा हुआ है. अब निर्वाचन आयोग ने एक नई योजना निकाली है. इस योजना के अनुसार, मतदाता 25 नवंबर को मतदान केंद्रों पर जाकर तो मतदान करेंगे ही, इसके अलावा 14 से 19 और 20-21 नवंबर को भी घर-घर जाकर मतदान करवाया जाएगा. इसके लिए निर्वाचन आयोग युद्ध स्तर पर काम कर रहा हैं और डाटा कलेक्ट किए गए हैं.


दरअसल, निर्वाचन आयोग ने होम वोटिंग की शुरुआत की है. इसमें अधिकारी घर- घर जाएंगे और मतदाता वोट देना है. होम वोटिंग प्रकोष्ठ प्रभारी और उपनिदेशक स्वायत्त शासन विभाग कुशल कोठारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार 80 से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं, 40 फीसदी से अधिक विकलांग दिव्यांगजनों और कोविड संक्रमितों को होम वोटिंग की सुविधा दी है. इसके तहत अधिसूचना जारी होने के पांच दिन के अंदर फॉर्म 12डी भर कर प्रस्तुत करना होगा. 


ऐसी होगी पूरी प्रक्रिया
कुशल कोठारी ने आगे बताया कि निर्वाचन आयोग ने होम अनुपस्थित डाक मत प्रक्रिया (होम वोटिंग) का टाइम फ्रेम कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. इसके तहत 17 अक्टूबर को वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग और कोविड संक्रमित मतदाताओं की श्रेणीवार सूची तैयार की जाएगी. 18 अक्टूबर को राजनैतिक दलों को प्रक्रिया बताई जाएगी. 20 अक्टूबर से चार नवम्बर तक फॉर्म 12 डी का वितरण होगा. इसके बाद बीएलओ द्वारा भरे गए 12डी फॉर्म का संग्रह किया जाएगा. इसके बाद रिटर्निंग अधिकारी पात्रता देख फॉर्म निर्वाचन आयोग को देगा. 


उदयपुर में  80 वर्ष से अधिक 60034 मतदाता
फिर प्रशासनिक कार्य जैसे प्रशिक्षण, रूट चार्ट, उम्मीदवार की सूची तैयार करना आदि होंगे. फिर 14 से 19 नवम्बर तक मतदान दल तय कार्यक्रम के अनुसार, प्रथम भ्रमण के तहत घर-घर जाकर वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी के साथ वोट एकत्र करेंगे और प्रतिदिन रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में जमा कराएंगे. मतदान दलों का द्वितीय भ्रमण 20 और 21 नवम्बर को होगा. इस दिन भी घर-घर जाकर वोट डलवाए जाएंगे. वहीं, निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर 16 अक्टूबर तक अपडेट सूचना के अनुसार, उदयपुर जिले में 80 वर्ष से अधिक आयु के 60034 मतदाता हैं.


इसमें गोगुन्दा विधानसभा में 6977, झाडोल में 6382, खेरवाड़ा में 7770, उदयपुर ग्रामीण में 5952, उदयपुर में 7432, मावली में 8029, वल्लभनगर में 9442 और सलूम्बर में 8050 मतदाता शामिल हैं. वहीं  उदयपुर जिले में 40 फीसदी से अधिक विकलांगता वाले चिन्हित मतदाताओं की संख्या 20691 है. इसमें गोगुन्दा विस में 3442, झाडोल में 3785, खेरवाड़ा में 1895, उदयपुर ग्रामीण में 1971, उदयपुर में 1085, मावली में 2930, वल्लभनगर में 2346 तथा सलूम्बर में 3237 मतदाता शामिल हैं.


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