Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान ने विधानसभा चुनाव को कुछ ही दिन रह गए हैं. ऐसे में राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर शोर से प्रचार में जुटी हुई है. वहीं चुनाव आयोग की तरफ से इस बार कई नई पहल करते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में उदयपुर से चौकाने वाली खबर सामने आई कि मतदान करने से पहले 60 बुजुर्गो की मौत हो गई. इनके अलावा 2 दिव्यांग भी हैं, जिनका निधन हुआ. इस बाक की जानकारी तब लगी, जब मतदान दल उनके घर पहुंचा.
दरअसल चुनाव आयोग की तरफ से पहली बार एक पहल की गई है. पहल यह कि 80 वर्ष से ज्यादा और 40% से ज्यादा जो भी दिव्यांग हैं उनको होम वोटिंग का लाभ दिया जाए. इनसे 30 अक्टूबर को फॉर्म देकर पूछा गया था कि होम वोटिंग करवानी है या नहीं. जिले में 3 हजार से ज्यादा बुजुर्गों ने हामी भरी थी. ऐसे में फॉर्म देने की अंतिम तिथि 4 नवंबर थी. 14 नवंबर से मतदान दलों ने घर-घर जाकर मतदान करवाना शुरू किया और 19 नवंबर तक करवाया. इसके बाद जब आंकड़े सामने आए तो पता चला कि जिन्होंने 4 नवंबर से पहले फार्म भरा था और पोस्टल बैलेट पेपर जारी हो गए थे. उनमें से 62 लोगों की मौत हो गई.
होम वोटिंग से पहले 60 बुजुर्गों की मौत
उदयपुर जिले में कुल 3814 बुजुर्ग और दिव्यांगजन ने होम वोटिंग का ऑप्शन चुना था. जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में 14 से 19 नवंबर तक होम वोटिंग का प्रथम चरण हुआ. इसमें कुल 3286 चिन्हित वरिष्ठ नागरिकों में से 3131 और 528 दिव्यांगजन में से 513 ने मताधिकार का उपयोग किया. 95 चिन्हित बुजुर्ग और 13 दिव्यांग मतदान दल के घर पहुंचने पर अनुपस्थित पाए गए. वहीं 60 वरिष्ठ नागरिकों और 2 दिव्यांग की होम वोटिंग के लिए आवेदन करने और पोस्टल बैलेट जारी होने के बाद मौत हो गई. अनुपस्थित पाए गए मतदाताओं के लिए द्वितीय चरण सोमवार से प्रारंभ होगा.