Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा.  चुनाव की तैयारी में सभी पार्टियां और चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग जुट गए है बीजेपी ने 42 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है बीजेपी कि पहली लिस्ट जारी होने के बाद बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है. कांग्रेस की अभी कोई लिस्ट नहीं आई है लेकिन  कांग्रेस के पदाधिकारी पहले ही कांग्रेस को छोड़ कर अन्य पार्टियों में जा रहे है.  


आज कांग्रेस में भी बगावत सामने आई है, क्योंकि भरतपुर से कांग्रेस के डिप्टी मेयर व् पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष जो दो बार नदबई से कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके है. गिरीश चौधरी ने आज कांग्रेस छोड़कर बसपा को ज्वाइन कर लिया है. उसी समय उन्होंने भरतपुर विधानसभा से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. उनका कहना है की 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस व लोकदल का गठबंधन हो गया था और इस बार भी होने जा रहा है. इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता कहा जाए. 


क्या कहना है बसपा प्रदेश अध्यक्ष का 
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी लेकिन इस बार विशेष रूप से 60 सीटों को चिन्हित किया गया है. 60 सीटों पर पूरी तरह मेहनत की गई है, जिसमें जिसमें पूर्वी संभाग है इसमें शेखावाटी धौलपुर , करौली , भरतपुर , सवाई माधोपुर , दौसा , अलवर , सीकर , झुंझुनू , चूरू , हनुमानगढ़ यह पूरी बेल्ट है. यहां बसपा का जनाधार हमेशा मजबूत रहा है यहां से हमारे विधायक जीतकर आते हैं या फिर बहुत अच्छी बढ़त हासिल करते हैं.


'इस तरह सरकार बनाने का मिलेगा मौका'
इसलिए हमने इन जिलों को टारगेट किया है और 60 सीट चिन्हित की है. इन सीटों पर हम लगातार मेहनत कर रहे हैं और हमें पूरा भरोसा है कि अब की बार बहुजन समाज पार्टी राजस्थान में इतनी सीट जीत कर आएगी कि किसी भी दल को इतना बहुमत नहीं मिलेगा, जब किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलेगा तो जिस तरह से 1995 में 425 में से 67 सीटों पर बहन मायावती उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनी, इसी तरह से हम यहां इतनी सीट जीतकर आएंगे कि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलेगा, इसके बाद बीएसपी को राजस्थान में सरकार बनाने का मौका मिलेगा.


'पूर्वी संभाग में विशेष रूप से हमें फायदा मिलेगा'
कांग्रेस नेता गिरीश चौधरी के बसपा ज्वाइन करने के बाद बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि आज हम लोगों ने कांग्रेस को बहुत बड़ा आघात दिया है एक बहुत ही चर्चित व्यक्तित्व बहुजन समाज पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं, इससे पूर्वी संभाग में विशेष रूप से हमें फायदा मिलेगा और हमें पूरा भरोसा है हमें पूरा भरोसा है कि हम गिरीश चौधरी को भरतपुर से चुनाव लड़ पाएंगे


'इसलिए भागते हैं हमारे विधायक' 
वर्ष 2008 और 2018 में बसपा विधायकों के पार्टी छोड़ने पर प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा की पिछली बार 6 विधायक हमारे जो पार्टी छोड़कर गए थे. पार्टी छोड़ने वाले विधायकों ने हमारे साथ धोखा किया, उसमें से किसी भी व्यक्ति को अब पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा. यह हमने साबित भी किया है, पिछली बार जो सीट हम जीते थे हमने उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, हमारे विधायक बार-बार इसलिए भागते हैं क्योंकि हमारी पार्टी से जीते हुए विधायकों की संख्या कम रही.


'इस बार हम सत्ता शेयरिंग करेंगे'
अब जब विधायकों को लगेगा कि हम खुद सत्ता में आ रहे हैं सत्ता की चाबी हमारे हाथ में है तो अब जीते हुए विधायक भागेंगे नहीं. बहन मायावती ने यह बात कही है कि जो भी विधायक हमारे जीत कर आएंगे हम बिना शर्त के किसी को समर्थन नहीं देंगे. 2008 और 2018 में हमने कांग्रेस को बाहर से समर्थन दिया, अबकी बार बहन मायावती ने कहा है कि हम सत्ता शेयरिंग करेंगे, हमारे जो विधायक जीत कर आएंगे वह सत्ता शेयरिंग करेंगे.


'कांग्रेस और बीजेपी के कई लोग हमारे संपर्क में है'
बसपा सुप्रीमो बहन मायावती जी की विधानसभा चुनाव के दौरान 8 जनसभा राजस्थान में होगी, जिसमें भरतपुर भी शामिल है. जल्द ही कार्यक्रम तय कर लिया जाएगा. कांग्रेस और बीजेपी के कई लोग हमारे संपर्क में है. लिस्ट का इंतजार किया जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी से कौन आता है उसके बाद लोग डिसाइड करेंगे कि हमें बसपा ज्वाइन करनी है या काफी लोग प्रयासरत है कि हमें बसपा में जगह मिलेगी.


क्यों की कांग्रेस नेता ने बसपा ज्वाइन 
बसपा पार्टी ज्वाइन करने के बाद गिरीश चौधरी ने कहा राजनीति अपनी शुरू की थी छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में, जहां हमने रिकॉर्ड वोटो से मेरिट जीत हासिल की.  भरतपुर जिले का अध्यक्ष भी रहा, सभी कॉलेजों में मैं कांग्रेस के छात्र संगठन को आगे बढ़ाया, इसके बाद 10 साल तक में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य रहा. कांग्रेस ने मुझे दो बार में विधानसभा से अपने आप प्रत्याशी बनाया. मुझे एक कांग्रेस का पूरा सपोर्ट मिला, कांग्रेस ने बसपा से जीते हुए विधायकों का सपोर्ट लिया, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी की 90% विचारधारा एक ही है.


इस लिए किया बसपा ज्वाइन 
भरतपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के हाथ के पंजे का सिंबल नहीं आ रहा. जब चुनाव में हाथ का सिंबल ही नहीं आ रहा तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आगे भविष्य ही क्या है. जब कार्यकर्ताओं का कोई भविष्य ही नहीं है तो कोई ना कोई रास्ता जनता की सेवा के लिए बनाना पड़ता है. इसलिए मैं बसपा ज्वाइन की है और बहुजन समाज पार्टी से मौका दिया तो चुनाव भी लडूंगा.


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