Rajasthan Assembly Election 2023: आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए 'मूर्ति पॉलिटिक्स' विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना के गले की फांस बन गई है. भरतपुर की नदबई विधानसभा सीट पर 2018 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीतकर विधायक बने जोगिन्दर सिंह अवाना ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. अब नदबई विधानसभा सीट पर पैरों तले जमीन खिसकती देख जोगिन्दर सिंह अवाना ने मूर्ति पॉलिटिक्स चालू कर दी.
नगर पालिका ने नदबई कस्बे में तीन मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पारित किया था. बैलारा चौराहे पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति, नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति और कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति का विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना ने 14 अप्रैल को अनावरण कार्यक्रम रख दिया.
मूर्ति पॉलिटिक्स में बुरे फंसे विधायक
जिस जगह डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का प्रस्ताव विधायक ने बनवाया था उस स्थल पर जाट समाज महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग लंबे समय से कर रहा था. मूर्ति स्थापना को लेकर हुए विवाद में आगजनी हुई, पुलिस पर पथराव किए गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. नदबई क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने में कौन है जिम्मेदार है. मूर्ति स्थापना को लेकर जाट समाज ने धरना शुरू किया था.
माहौल बिगाड़ने का जिम्मेदार कौन?
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के आश्वासन पर धरना खत्म हो गया. 12 अप्रैल को बेलारा चौराहे पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापना की बात फिर विधायक अवाना और कैबिनेट मंत्री ने दोहराई तो सड़क पर टायर जलाकर इसका विरोध किया गया और पुलिस पर पथराव भी हुआ. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ गई. मूर्ति पॉलिटिक्स की आड़ में माहौल बिगाड़ने का जिम्मेदार कौन है, किस पर कार्रवाई होगी, देखने वाली बात होगी.