Rajasthan Assembly Election 2023 News: राजस्थान में 25 नवंबर को वोटिंग के बाद सभी नजरें 3 दिसंबर को आने वाले परिणाम पर टिकी हैं. कोटा संभाग में पूरे प्रदेश में मतदान के नजरिये से पहले स्थान पर रहा. कोटा में 76.13 फीसदी मतदान हुआ, जो साल 2018 के मुकाबले 1.37 फीसदी अधिक है. चुनाव के बाद कोटा जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों ने फीड बैक लेना शुरू कर दिया है. परिणाम आने से पहले पोलिंग बूथ एजेंटों से बातचीत के आधार पर हार-जीत को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं कुछ प्रत्याशी और पार्टी समर्थक देवी-देवताओं का भी शरण ले रहे हैं.


कोटा में लोगों के जरिये फुर्सत के क्षणों में चुनावी चर्चा करते हुए भी नजर आ रहे हैं. कोटा जिले की 6 विधानसभा सीटों में पीपल्दा, सांगोद, कोटा उत्तर, कोटा दक्षिण, लाडपुरा और रामगंज मंडी शामिल है. कोटा की सभी 6 विधानसभा सीटों से इस बार कुल 41 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनके सियासी भविष्य का फैसला1457 ईवीएम मशीनों में कैदा है. जिसका परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किया जाएगा.


लाडपुरा में इस्तेमाल हुई सबसे अधिक ईवीएम
कोटा जिले की 6 विधानसभा मे सर्वाधिक ईवीएम का प्रयोग लाडपुरा विधानसभा में हुआ है, यहां 267 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया है. जबकी सबसे कम कोटा दक्षिण में हुआ है, यहां 219 ईवीएम मशीन का उपयोग किया गया है. इसके अलावा पीपल्दा विधानसभा में 232 ईवीएम का इस्तेमाल किया गया. सांगोद विधानसभा में 245 ईवीएम, कोटा उत्तर में 237, कोटा दक्षिण में 219 और रामगंजमंडी विधानसभा में 257 ईवीएम में प्रत्याशियों का भविष्य कैद हो चुका है.


पीपल्दा में इस्तेमाल हुआ सबसे अधिक वीवीपैट
कोटा में वीवीपैट की बात की जाए, तो सर्वाधिक वीवीपैट का इस्तेमाल पीपल्दा विधानसभा में हुआ. पीपल्दा विधानसभा में 299 वीवीपैट का इस्तेमाल किया गया. जबकी सबसे कम कोटा दक्षिण में 219 वीवीपैट से मतदान कराया गया. इसके अलावा सांगोद में 245, कोटा उत्तर में 242, लाडपुरा में 272 और रामगंजमंडी में 272 वीवीपैट का इस्तेमाल किया गया.


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