(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Election 2023: गुलाबचंद कटारिया की भरपाई करने को लेकर सियासी जंग, जानें कौन-कौन है दौड़ में शामिल?
Rajasthan Politics: गुलाबचंद कटारिया का शुमार बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होता है. असम का राज्यपाल बनने के बाद, उदयपुर शहर से उनके उत्ताराधिकारी बनने को लेकर सियासत तेज हो गई है.
Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान विधानसभा चुनाव बेहद नजदीक है. बीजेपी और कांग्रेस जीत के दावे के साथ चुनावी तैयारियों में जुटे हैं. विधानसभा चुनाव में उदयपुर संभाग काफी अहम माना जाता है, यहां पर कुल 8 विधानसभाएं सीटें हैं. उदयपुर को बीजेपी का गढ़ का कहा जाता है. बीजेपी की मेवाड़ क्षेत्र में जीत के पीछे गुलाबचंद कटारिया का अहम रोल रहा है, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 5 सीटों पर जीत दर्ज किया था. हालांकि वर्तमान गुलाबचंद कटारिया की क्षेत्र में सक्रियता कम हो गई है. इसी साल उन्हें असम के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया.
गुलाबचंद कटारिया उदयपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक रहे हैं. उनके जाने के बाद बीजेपी आलाकमान यहां से उनके उत्तराधिकारी के चुनाव को लेकर चिंतित है. उनके उत्तराधिकारी के रूप में इस सीट से कई लोग अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. जिनमें उनके दामाद के भाई अतुल चंडालिया भी शामिल हैं. गुलाबचंद कटारिया की गैरमौजूदगी में उनके करीबी में शुमार होने वाले प्रमोद सामर और पारस सिंघवी कई राजनीतिक मामलों में लगातार हस्तक्षेफ करते रहे हैं. वहीं उनके दामाद के भाई अतुल चंडालिया बतौर परिवार के सदस्य के रुप में पेश करते हुए अपनी राजनीतिक विरासत बढ़ाने के लिए जोरशोर से सरगर्म हैं.
मावली विधायक यहां से कर रहे हैं टिकट की दावेदारी
इनके अलावा उदयपुर शहर विधानसभा सीट से कई दावेदार निकल कर सामने आ रहे हैं. जिनमें अर्बन इंपावरमेंट के चेयरमैन रविंद्र श्रीमाली, डिप्टी मेयर पारस सिंघवी, प्रमोद सिंघवी, रजनी डांगी, विधायक धर्मनारायण जोशी और प्रमोद सामर शामिल हैं. मावली विधानसभा सीट से विधायक धर्मनाराण जोशी, छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रभारी और राज्यसभा सांसद ओम माथुर के खेमे के माने जाते हैं. वह एंटी इनकंबेसी के कारण उदयपुर शहर सीट से टिकट के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. हालांकि उन्हें यूआईटी चेयरमैन और शहर जिला अध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली और पारस सिंघवी से कड़ी टक्कर मिल रही है. सियासी जानकार इन दोनों नेताओं को टिकट के दावेदारों में सबसे आगे मानते हैं.
सीपी जोशी को यहां से टिकट देने की मांग
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, इस सीट से पार्टी के कुछ लोग बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को चुनावी रण में उतारने की मांग कर रहे हैं. इन सबके बीच के बीच दो और लोगों का नाम को चर्चा जोरो पर है, जिनमें एक नाम रजनी डांगी और दूसरा प्रमोद सामर हैं. फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी चित्तौड़गढ़ से सांसद हैं और वह विधानसभा चुनाव लड़ने के बजाय पूरे राज्य प्रचार-प्रसार कर पार्टी को भारी बहुमत से जिताने की कोशिश में जुटे हैं. इसके अलावा मेवाड़ राजघराने से ताल्लुक रखने वाले लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के नाम को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कम स्वाकार्यता के चलते उनको टिकट मिलने की उम्मीद कम ही है.