Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं. ऐसे में चर्चाओं के दौरान कई पुराने किस्से और कहानियां सामने आते हैं. दिग्गज नेताओं की भी बात होती है और नेता अपने भाषणों में उनका जिक्र भी करते हैं. मेवाड़ वागड़ की बात करें तो इस क्षेत्र ने प्रदेश को अब तक सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री दिए हैं. मेवाड़ वागड़ से आजादी के बाद से अब तक तीन मुख्यमंत्री दिए हैं. अप ये जानकर हैरान हो जाएंगे की यह तीनों एक ही पार्टी के नेता थे. आइए जानते हैं कौन हैं वह दिग्गज नेता. 


यह हैं वह नेता जो मुख्यमंत्री बने

 

हम जिन तीन दिग्गज नेताओं की बात करे दे हैं वह है मोहनलाल सुखाडिया, शिवचरण माथुर और हरिदेव जोशी. यह तीनों राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे और तीनों ही मेवाड़ वागड़ के नेता या कहे विधायक थे. यहीं नहीं तीनो ही दिग्गज मुख्यमंत्री होने के साथ अलग अलग दो से तीन राज्यों के राज्यपाल भी रहे. एक तो ऐसे हैं जो राज्यपाल बनने के बाद फिर मुख्यमंत्री बने. खास बात यह हैं कि तीनो ही नेता एक ही पार्टी के थे और वह पार्टी है कांग्रेस. लेकिन वर्तमान स्थिति की बात करें तो मेवाड़ वागड़ मिलाकर 28 विधानसभा सीटें हैं. इनमे से 10 सीटें ही कांग्रेस के पास हैं. यहां फिलहाल बीजेपी कांग्रेस से आगे हैं.

 

आधुनिक राजस्थान के निर्माता रहे मोहनलाल सुखाड़िया

 

मोहनलाल सुखाड़िया को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है. वह उदयपुर शहर सीट से विधायक रहे और मुख्यमंत्री बने. अभी यहीं सीट दो दशक से ज्यादा समय से बीजेपी के कब्जे में है. मोहनलाल सुखाड़िया जब राजस्थान से पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तब रिकॉर्ड बना था, क्योंकि वह देश के सबसे युवा सीएम थे. यहीं नहीं राजस्थान में बतौर मुख्यमंत्री भी सब ज्यादा 17 साल तक रहने का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम पर है. यह वर्ष 1954 से 1971 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे. इसके बाद कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के राज्यपाल रहे.

 

हरीदेव जोशी जहां से चुनाव लड़े वहां से जीते

 

हरिदेव जोशी जो वागड़ यानी बांसवाड़ा संभाग, से निकले हुए नेता थे जो जहां से चुनाव लडे वहीं से जीत हासिल की. हरिदेव जोशी तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने. वर्ष 1973 से वर्ष 1990 तक लगातार मुख्यमंत्री पद पर रहे. उन्होंने 10 बार चुनाव लडा और हर बार जीत हासिल की. स्वतंत्रता के बाद 1952 में वह राजनीति में आए और वागड़ के डूंगरपुर से चुनाव लडे. इसके बाद वागड़ के ही घाटोल और फिर बांसवाड़ा से चुनाव लडे. हर बार उन्होंने जीत हासिल की.

 

शिवचरण माथुर मध्य प्रदेश में जन्मे और राजस्थान में सीएम बने

 

शिवचरण माथुर राजस्थान के दो बार मुख्यमंत्री रहे. उनका दो मुख्यमंत्री का कार्यकाल 1981 से 1989 तक रहा. वह मध्य प्रदेश के गुना जिले में जन्मे और चार साल की उम्र में नानी के पास राजस्थान के करौली में आ गए. राजनीति का गढ़ इनका भीलवाड़ा में रहा जो मेवाड़ का हिस्सा था और अब भी माना जाता है. Pभीलवाड़ा में पहले छात्र राजनीति से शुरुआत की और यहीं नगरपालिका बोर्ड अध्यक्ष से मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया.

 

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