Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होने जा रहे हैं. तीन दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे जारी होंगे. नौ अक्टूबर को चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही पूरे प्रदेश में आचार संहिता लागू हो चुकी है. भय और धनबल से मुक्त पारदर्शिता से चुनाव करने के लिए प्रतिबद्ध निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा चुनाव के बीच पुलिस एक्शन मोड में है.
आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक पुलिस ने राजस्थान से 200 करोड़ रुपए की नगदी, शराब, नशीले पदार्थ और आभूषण जब्त किए हैं. कथित तौर पर जिसका इस्तेमाल चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाना था.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर 9 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा होते ही राजस्थान में आचार संहिता लागू हो गई थी. पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि हमने अब तक 214 करोड़ रुपए जब्त किए हैं. इसमें 25 करोड़ रुपए नगद, 20 करोड़ रुपए की शराब और 20 करोड़ रुपए के आभूषण और सोना शामिल है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा 60 करोड़ रुपए की दवाएं पेट्रोल डीजल और अवैध रूप से संग्रहित उर्वरक भी अलग-अलग जिलों से जब्त किए गए हैं. इन सब का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जाना था.
निगरानी के लिए बनाया गया 'स्टॉर्म क्लब'
आईपीएस अधिकारी विकास कुमार के नेतृत्व में एक 12 अधिकारियों की टीम का स्ट्रोम क्लब बनाया गया है. इससे यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि 25 नवंबर के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान उम्मीदवारों के तरफ से मतदाताओं को मतदान से प्रभावित नहीं किया जा सके. राजस्थान पुलिस की सफल कार्रवाई कर रही है. ऐसे में प्रदेश पुलिस को कई सफलताएं हाथ लगी है. जैसे कि प्रदेश पुलिस ने19 वे दिन ही 200 करोड़ जब्त किए, जो कि पिछले चुनावों में 60 दिन में 65 करोड़ की जब्ती हुई थी.
प्रदेश पुलिस प्रतिदिन 1 करोड़ से 11 करोड़ की औसत से जब्ती कर रही है. जो की आजतक के राजस्थान के चुनावों के इतिहास में कीर्तिमान आंकड़ा है. करीब 60 करोड़ के मादक पदार्थों की भी जब्ती हुई है. 20-20 करोड़ से ज्यादा की नकदी, सोना-चांदी और अवैध शराब की हुई जब्ती की गई है. भारी मात्रा में मुफ्त की रेवड़ी,हथियार और वाहन भी हो रहे जब्त किये गए है.
राजस्थान पुलिस उड़न दस्तों, नाकाबन्दियों और विशेष टीमों के सहयोग से कार्रवाई कर रही है. राजस्थान पुलिस अपने वॉर-रूम "STORMCLUB" के माध्यम से कमान संभाले हुए है. नोडल अधिकारी IGP विकास कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में अलग कोड और निगरानी के साथ 650 जांच नेक स्थापित किए गए हैं. निगरानी के दौरान कुछ अवैध हथियार और गोली बारूद भी बरामद किए गए थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर मामले दर्ज किए हैं.