Rajasthan Election 2023 News: बीते दिनों बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना को लेकर प्रदेश के आंकड़े जारी किए थे. इस पर पूरे देश से मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले आंकड़े जारी होने से पूरे देश में सियासी तपिश बढ़ गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी बिहार की तरह राजस्थान में जातिगत जनगणना कराने का वादा किया.  सीएम अशोक गहलोत के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. 


बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने राजस्थान में जातिगत जनगणना करवाने के सवाल पर सीएम अशोक गहलोत पर निशान साधते हुए कहा, ''चुनाव से दो महीने पहले जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं.'' उन्होंने बिहार जातिगत जनगणना पर सवाल खड़े करते हुए कहा, ''बिहार से अब वीडिय बाहर आ रहे हैं कि वे हमारे घर तो आए नहीं हैं और न हीं हम लोगों से इसको लेकर कोई बात की गई. इस तरह ही अनेक वीडियो सामने आने लगी हैं.'' 



'सीएम गहलोत ने सिर्फ अपनी कुर्सी बचाई'
पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि जातिगत जनगणना के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई हुई. उन्होंने आगे कहा, "बिहार में कागजी कार्रवाई के नाम पर जो मूर्ख बनाने का काम किया गया, क्या वह (सीएम अशोक गहलोत) राजस्थान में करना चाहते हैं?'' प्रदेश सरकार के मंशा पर सवाल खड़े करते हुए राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, ''वह राज्यस्थान के अंदर जातिगत जनगणना कब तक करेंगे, जबकि दो दिनों के अंदर चुनाव के लिए आचार संहिता लगने वाली है.'' उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा, ''ये सिर्फ घोषणा है, ऐसे में उनका नाम कर देना चाहिए घोषणा वीर मुख्यमंत्री. क्योंकि उन्होंने कोई काम नहीं किया सिर्फ कुर्सी बचाई है.''


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