Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनेता और राजनीतिक दल के बीच शह और मात का खेल शुरू हो चुका है. कांग्रेस पार्टी में सूरसागर विधानसभा सीट पर घमासान जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में उनके करीबी रहे हमशक्ल पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है. अब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर सूरसागर विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के लिए चुनौती खड़ी कर दी है. कांग्रेस से बागी रामेश्वर दाधीच ने जीत का दावा भी कर दिया है.


राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन वापस लेने का सिलसिला जारी है. आज बुधवार (8 नवंबर) को सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही है. सीएम अशोक गहलोत की मनवार के बाद रामेश्वर दाधीच अपना नामांकन वापस ले रहे हैं. तो कई जगह पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच के बीजेपी में शामिल होने की भी चर्चा रही है. इस बीच पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने सूरसागर विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी मजबूत बता रहे है. कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग मुझे वोट देंगे जन भावना को देखते हुए मैंने यह फैसला लिया है, मेरे को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है. मैंने कांग्रेस को छोड़ दिया है और बीजेपी से मेरा कोई सरोकार नहीं है, दोनों ही पार्टियों की ओर से ब्राह्मण प्रचार किया जा रहा है.


'मैं ना तो बीजेपी में जाऊंगा और ना ही कांग्रेस में'
पूर्व महापौर व सूरसागर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रामेश्वर दाधीच ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए बताया कि "मैं इस चुनाव में मजबूती के साथ चुनाव लड़ंगा. मेरा नामांकन वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता है. मुझे 36 कॉम के लोगों के विश्वास और प्यार मिला है जिससे मैंने नामांकन दाखिल किया था. मैं ना तो बीजेपी में जाऊंगा और ना ही कांग्रेस में, अब हम चुनाव लड़ेंगे और पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे, राजस्थान के विधानसभा चुनाव के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा".


'मेरी पीठ में छुरा घोंपा गया है'
पूर्व महापौर सूरसागर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रामेश्वर दाधीच ने कहा कि "मैंने कांग्रेस के लिए पूरा जीवन लगा दिया. खून से सींचकर कांग्रेस को यहां तक पहुंचाया. उसके बदले मुझे धोखा मिला. मेरी पीठ में छुरा घोंपा गया है. मेरा वह सीएम अशोक गहलोत का रिश्ता बहुत पुराना है. लेकिन उन्होंने भी मेरे साथ धोखा किया है. मेरा टिकट काट कर एक बच्चे को प्रत्याशी बना दिया गया ,इस धोखे का अंजाम तो उनको भुगतना ही पड़ेगा. जोधपुर जिले की सभी सीटों पर इस तरह से कार्यकर्ताओं को हाशिये पर लाकर खड़ा करने का जवाब जनता देगी".


'जनता ने भी अपना फैसला सुनाने को तैयार हैं'
सूरसागर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रामेश्वर दाधीच ने दावा किया "मैं तो उनके बहुत करीबी था. में उनके संघर्ष के समय साथ था. मुझे पहले ही मना कर देते थे. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और इस तरह से अपने साथी के साथ धोखा देना सही बात नहीं है. इस धोखे के बाद जनता ने भी अपना फैसला सुनाने को तैयार हैं". रामेश्वर दाधीच ने कहा कि "सूरसागर विधानसभा सीट से मेरी जीत होगी, यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की जाएगी, क्योंकि सीएम अशोक गहलोत व कांग्रेस पार्टी के धोखे के बाद अब मैं दावे के साथ कह सकता हूं, सीएम अशोक गहलोत सहित कांग्रेस पार्टी को जोधपुर जिले की सीटें जीतने में छींक आ जाएगी".


ये भी पढ़े: Rajasthan Election 2023: 'मुझे सचिन पायलट पसंद इसलिए सीएम गहलोत ने मेरा...', टिकट कटने पर छलका खिलाड़ी लाल बैरवा का दर्द