Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के लिए बागी नेता मुसीबत खड़ी कर सकते हैं. इस बार चुनाव में करीब 50 से अधिक बागी मैदान में हैं. बीजेपी और कांग्रेस अपने वोट के समीकरण बचाने में लगे हैं, लेकिन वह ऐसे हैं जो मानने को तैयार नहीं है. बीजेपी में और कांग्रेस में बराबर के बागी मैदान में डटे हैं. ज्यादातर ये वो लोग हैं जो पूर्व विधायक पूर्व-मंत्री या वर्तमान विधायक हैं. उनके नाम बागियों में शामिल हो गए हैं जिनके टिकट कटे हैं. वह सभी ताल ठोक कर नामांकन कर चुके हैं. अब क्या पर्चा वापस करेंगे यह कह पाना मुश्किल है?
बीजेपी के ये हैं प्रमुख बागी
भारतीय जनता पार्टी में डग विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रामचंद्र सुनारीवाल, सांचौर में पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, चित्तौड़गढ़ से वर्तमान विधायक चंद्रभान सिंह, बाड़मेर से पूर्व विधायक गंगाराम की पोती हैं प्रियंका चौधरी, सूरतगढ़ से पूर्व राजेंद्र भांदू हैं. डीडवाना से पूर्व मंत्री यूनुस खान, अजमेर उत्तर से नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेंद्र सिंह शेखावत, कामां से पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंगला, बयाना से जिला अध्यक्ष की पत्नी डॉक्टर रितु बनावत, लाडपुरा से पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, खंडेला से पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया, झुंझुनू से पूर्व प्रत्याशी जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र हैं.
इसी तरह पिलानी से पूर्व प्रत्याशी पूर्व विधायक के बेटे कैलाश मेघवाल, सीकर से उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल, फतेहपुर से पालिका अध्यक्ष मधुसूदन भिंडा, कोटपूतली से मुकेश, बांसवाड़ा से हकड़ू मइदा, आसींद से पूर्व पालिका अध्यक्ष धनराज गुर्जर, गंगापुर सिटी से माली समाज के कार्यकारी परिषद अध्यक्ष छोटेलाल सैनी, लक्ष्मणगढ़ से महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अल्का शर्मा, बागीदौरा से एसटी मोर्चा के पूर्व महामंत्री खेमराज गरासिया, गढ़ी से पूर्व प्रधान रहे हैं लक्ष्मण डिंडोर बगावत में ताल ठोंक रहे हैं.
कांग्रेस ने इन बागियों ने दिखाई बगावत
कांग्रेस के वोट की बगिया में भी कुछ ऐसी ही स्थित है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट में भले मनमुटाव दूर होने की कोशिश की गई हो लेकिन उनके पूर्व विधायक और नेता अभी भी बगावत की दौड़ में देखे जा रहे हैं. सरदारशहर से नगर परिषद के मौजूदा सभापति राजकरण चौधरी, मसूदा से पूर्व विधायक ब्रह्म देव कुमावत, हिंडौन सिटी से नगर परिषद सभापति पूर्व विधायक के बेटे हैं बृजेश जाटव, बांदीकुई से पूर्व जिला प्रमुख विनोद शर्मा, मनोहर थाना से पूर्व विधायक कैलाश मीणा, बड़ी सादड़ी से पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी, पीपल्दा से देहात जिला अध्यक्ष हैं सरोज मीणा, छपरा से आरयू के पूर्व अध्यक्ष नरेश मीणा हैं.
वहीं इनके अलावा कामां से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता खुर्शीद अहमद है, डूंगरपुर से मौजूदा प्रधान बिछीवाड़ा देवता राम रोत, लूणकरणसर से पूर्व गृहराज्य मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल, नागौर से पूर्व मंत्री रहमान, चौरासी से पीसीसी महासचिव महेंद्र बरजोड़,खींसवर से पूर्व प्रत्याशी रहे दुर्ग सिंह चौहान, अजमेर दक्षिण से पीसीसी सदस्य हेमंत भाटी, पुष्कर से पूर्व विधायक श्रीगोपाल, केकड़ी से पूर्व विधायक बाबूलाल सिंघारिया, गंगापुर सिटी से रेलवे में अधिकारी रहे रघुवीर सिंह, नगर से तीन बार के जिला अध्यक्ष डॉक्टर गोविंद शर्मा, शाहपुरा से वर्तमान विधायक आलोक बेनीवाल, सूरसागर से पूर्व मेयर रामेश्वर दाधीच, सिवाना से राजसीको के पूर्व अध्यक्ष सुनील परिहार, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से मौजूदा विधायक जोहरी लाल मीणा, फलौदी से सरपंच कुंभ सिंह पालावत और सागवाड़ा से सरपंच संघ जिला संरक्षक पन्नालाल डोडियार मैदान में है.
ये भी पढ़ें