Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी होने के बाद बगावत को लेकर घमासान भी शुरू हो चुका है. जिन्ह नेताओं को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कार्यकाल में राजनीतिक नियुक्ति दी थी, वही अब टिकट नहीं मिलने पर बगावती तेवर दिखा रहे हैं. कांग्रेस के विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है.
बैरवा ने अपनी ही सरकार को घेरते हुए एससी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. दूसरी और देखा जाए तो सिवाना विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से राजसिको निदेशक सुनील परिहार भी नाराज हो गए हैं. उन्होंने आज बैठक कर आलाकमान को उम्मीदवार बदलने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम तक दे दिया है. साथ ही उम्मीदवार नहीं बदलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है.
'दलितों को कांग्रेस ने वोट के लिए सगा बताकर ठगा'-शेखावत
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मौजूदा कांग्रेस सरकार पर हमला बोल दिया है. उन्होंने लिखा है "राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष ने अपने इस्तीफे में सच उजागर किया है. उनकी व्यथा से स्पष्ट है कि कांग्रेस में दलित बहनों-भाइयों की सुनवाई नहीं है और उनसे जमकर भेदभाव किया जाता है. कांग्रेस ने उन्हें वोट के लिए सगा बताकर ठगा है. चुनावी भाषणों में खुद को हीरो दिखाने वाले राहुल गांधी और अशोक गहलोत असल में बाबा साहब अंबेडकर के विचारों के कट्टर विरोधी हैं".
अल्टीमेटम देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने दिए संकेत
सीएम अशोक गहलोत ने सुनील परिहार को अपने इस कार्यकाल के दौरान राजसिको का चेयरमेन बनाया था. 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर सुनील परिहार ने सिवाना विधानसभा सीट से टिकट के लिए दावेदारी की थी. वो लंबे समय से सिवाना में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने सिवाना सीट से मानवेंद्र सिंह जसोल को अपना प्रत्याशी बनाया है. जिसके बाद से सुनील परिहार नाराज चल रहे हैं.
सुनील परिहार बुधवार को सिवाना पहुंचे. सिवाना में बैठक में उन्होंने कहा, "यदि सिवाना सीट पर पार्टी ने टिकट बदलकर मुझे टिकट नहीं दिया तो वो बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे". इसके पीछे उन्होंने कार्यकर्ताओं को वजह बताया है. सुनील परिहार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "राहुल गांधी ने कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कहा था. हमने दिन रात मेहनत की थी जिस सर्वे के आधार पर टिकट देने की बात कही थी. इस बार टिकट देने में सर्वे की कोई भूमिका नजर नहीं आ रही है".
खिलाड़ी लाल बैरवा ने एससी आयोग से दिया इस्तीफा
राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा का कहना था, "मैं अपना इस्तीफा इसलिए दे रहा हूं, क्योंकि मैं मांगता रहा लेकिन सीएम अशोक गहलोत ने एससी आयोग को वैधानिक दर्जा तक नहीं दिया. मैं यह आलाकमान से अनुरोध करना चाहता हूं कि सरकार बने तो यह गारंटी जोड़ी जाए. विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलाना कोई नई बात नहीं है. शायद यह सच बोलने का तोहफा है. हम भी उन लोगों में से थे जो पार्टी के प्रति वफादार थे. मैं सचिन पायलट का समर्थन करता हूं वो युवा और सक्षम नेतृत्व देने वाले नेता है".