Rajasthan Assembly Election 2023: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अनशन (Sachin Pilot Hunger Strike) के बाद अब फील्ड में उतरने जा रहे हैं. इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. 17 अप्रैल को सबसे पहले जयपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और उसके बाद दोपहर में झुंझुनू में रहेंगे. माना जा रहा है कि सचिन पायलट आनेवाले दिनों में दौरे और रैलियों के साथ सभाएं भी कर सकते हैं. शाहपुरा और खेतड़ी में दो कार्य्रकम होने जा रहे हैं. शाहपुरा में पिछला चुनाव कांग्रेस हार गई थी और झुंझुन में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है. ऐसे में कार्य्रकम के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. 


कुछ ऐसा है सचिन पायलट का कार्यक्रम 


17 अप्रैल की सुबह सचिन पायलट जयपुर के शाहपुरा में परमानन्द धाम खोरी में शामिल होंगे. उसके बाद दोपहर एक बजे झुंझुन जिले के खेतड़ी में शहीद श्योराम के गांव जायेंगे. केवल एक दिन के कार्यक्रम की शुरुआत है. इसके बाद भी कई और कार्यक्रम होने वाले हैं. कार्य्रकम की तैयारी तेज हो गई है. इसके जरिए बड़ा संदेश को देने की तैयारी है. 


क्या सियासी आगाज की दिशा में कदम?


सचिन पायलट ने पिछले दिनों कई जिलों में किसान सभाओं को संबोधित किया. उसके बाद अनशन खत्म कर अब फिर से फील्ड में उतरने की तैयारी शुरू कर रहे हैं. झुंझुन में किसान सभा के बड़े आयोजन को सचिन पायलट ने संबोधित किया था. उसके बाद कई और जिलों में किसान सभाएं हुई. एक बार एक्टिविटी बढ़ती नजर आ रही है. इसे सियासी आगाज भी माना जा रहा है. पायलट के समर्थक सही समय मान रहे हैं. उनका कहना है कि अब राजस्थान विधानसभा चुनाव में समय कम बचा है. बता दें कि सचिन पायलट के अनशन से राजस्थान का सियासी पारा गर्मा गया था. 


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