Rajasthan Election 2023: सतीश पूनियां पिछले तीन सालों से नहीं कर रहे रात का भोजन, लिया हुआ है ये प्रण
Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान की आमेर विधान सभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सतीश पूनिया ने तीन साल से रात का भोजन छोड़ रखा है. वो फूल माला भी नहीं पहनते हैं.
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरो पर हैं. प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में डटे हैं. सभी प्रत्याशी मैदान में अलग-अलग तरीके से प्रचार कर रहे हैं. वहीं बीजेपी (BJP) के उपनेता प्रतिपक्ष और आमेर (Amer) विधानसभा प्रत्याशी डॉ सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने एक अलग ही प्रण ले रखा है. उन्होंने रात का भोजन और माला फ़ूल पहनना छोड़ दिया है. वो पिछले तीन सालों से यह संकल्प निभा रहे हैं.
उन्होंने यह प्रण लिया था कि राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनेगी, तभी वो रात का भोजन करेंगे और फूल माला पहनेंगे. इसलिए अब जब वो चुनाव प्रचार में हैं, तो आमेर विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे जनसंपर्क के लिए निकल जाते हैं. इस दौरान सतीश पूनिया ज्यादातर गाड़ी में या किसी गांव-ढाणी में ही चाय नाश्ता और दोपहर का भोजन करते हैं. पिछले तीन सालों से अपने संकल्प को सतीश पूनिया निभा रहे हैं. राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने पर ही वो रात का भोजन करेंगे और फूल और माला पहनेंगे.
पिछले 3 सालों से पूनियां नहीं कर रहे रात का भोजन
बता दें पिछले तीन सालों से सतीश पूनिया रात का भोजन नहीं कर रहे हैं और फूल माला भी नहीं पहन रहे हैं. सतीश पूनिया ने उत्तर प्रदेश, गुजरात में बीजेपी की सरकार बनाने को लेकर भी यही संकल्प लिया हुआ था. उत्तर प्रदेश और गुजरात में बीजेपी की सरकारें बन चुकी हैं. अब राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने तक सतीश पूनिया यह संकल्प निभाएंगे. गौरतलब है कि बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया तीसरी बार आमेर विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं.
साल 2013 में पूनिया आमेर से हार भी गए, लेकिन साल 2018 उन्हें यहां बड़ी जीत मिली. इस बार वो यहां मजबूत स्थिति माने जा रहे हैं. वो मोदी सरकार की नीतियों, कोरोनाकाल में बीजेपी द्वारा किए गए सेवा कार्यों, आमेर विकास मॉडल, बीजेपी संगठन की मजबूती और सामाजिक सरोकारों के नाम पर पूनिया यहां बीजेपी को वोट देने की अपील कर रहे हैं. पूनिया बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक राज्यों में चुनाव प्रचार भी कर चुके हैं.