Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के आने वाले हैं. ऐसे में बीजेपी, कांग्रेस सहित कई स्थानीय पार्टियां अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारने की मंथन कर रही है. लेकिन ऐसे भी कई प्रत्याशी होते हैं जो बिना किसी पार्टी के बैनर के चुनावी त्योहार में उतरते हैं. ऐसे में प्रत्याशियों का आंकड़ा बढ़ता है.



बड़ी बात यह भी है कि यह प्रत्याशी अन्य बड़ी पार्टियों का गणित बिगड़ती है. उदयपुर की बात करें तो ऐसे ही प्रत्याशियों का चौकाने वाला आंकड़ा है. उदयपुर की 8 विधानसभा सीट के पिछले चुनाव की बात की तो यहां मैदान ने ऐसी 141 प्रत्याशी उतरे जो अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए.

बड़ी पार्टियों का गणित बिगाड़ने उतरते हैं
राजनीति के जानकारों का कहना है कि चुनावी मैदान में कई प्रत्याशी उतरते हैं. यह बड़ी पार्टियों का गणित भी बिगड़ते हैं. कई ऐसे भी होते हैं जिन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव लड़े हैं तो कई ऐसी भी होते हैं जो जिस समाज में किसी पार्टी के लिए एक तरफा वोट पढ़ने वाले हैं तो उसका गणित बिगाड़ने के लिए खड़े हो जाते हैं. कुछ बाकी तो टिकट निकाल भी लेते हैं लेकिन कई ऐसे भी हैं जो जमानत भी नहीं बचा पाते. उदयपुर की 8 विधानसभा में यह आंकड़ा काफी बड़ा है.

जमानत भी नहीं बचा पाए
उदयपुर की 8 विधानसभा की बात की तो उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, मावली, गोगुंदा, झाड़ोल, वल्लभनगर, खेरवाड़ा और सलूंबर विधानसभा सीटें हैं. पिछले 3 चुनाव ने यहां से 192 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे. इनमें से 141 की ऐसी हार हुई की वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए. अभी राजनीति से जुड़े लोग टिकट घोषणा का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में इस बार भी पार्टियों की गणित बिगाड़ने के लिए प्रत्याशी मैदान में उतर सकते हैं.


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