Rajasthan Assambly Election 2023: राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं, यानी 200 विधायक. इनमें कई विधायक ऐसे भी हैं जो दसवीं भी पास नहीं हैं. विधायक बनने के बाद राजनीति का सफर शुरू करते और फिर मंत्री तक पहुंचते. शिक्षा के भाषण देते लेकिन शिक्षित नहीं हैं. लेकिन उदयपुर के एक ऐसे जनजाति सीट से विधायक हैं, जिन्होंने विधायक बनने के बाद 55 साल की उम्र में स्कूल ज्वाइन और आज अपने 10 साल के कार्यकाल में यानी दो बार विधायक रहते ग्रेजुएट हुए और एमए में प्रवेश कर लिए हैं. जानिए 10 साल में इनकी शिक्षा का क्या सफर रहा और कौन है विधायक?


बेटियों के कहने पर 40 साल बाद पढ़ाई की शुरुआत

 

जिन विधायक की हम बात कर रहे हैं वह है उदयपुर ग्रामीण सीट से लगातार दो बार से विधायक फूल सिंह मीणा (Phool Singh Meena). उनकी 4 बेटियां हैं. उन्होंने बताया कि पिता के निधन के बाद 7वीं पास कर पढ़ाई छोड़ दी थी और मजदूरी शुरू की. आर्मी का फार्म भरा और फिजिकल में चयन हुआ लेकिन 15 दिन ओवर एज होने पर बाहर हो गया. फिर खेती शुरू की. संघ से जुड़ा था तो बीजेपी ने मुझे पार्टी में शामिल किया. संगठन में काम करते हुए 2013 में टिकट दिया और जीत दर्ज की. 

 

उन्होंने कहा इसके बाद  शिक्षा का सफर शुरू हुआ. दरअसल विधायक बनने के बाद कई जगह सभा होती थी तो वहां जनजातीय क्षेत्र के लोगों को शिक्षा में आगे बढ़ाने के लिए भाषण देता रहता था. एक दिन मेरी चारों बेटियों ने रात को मुझे बिठाया और पूछा आप कितने शिक्षित हो. मैंने कहा सातवीं पास, तो उन्होंने कहा कि जब भाषण देते हैं, अधिकारी, मंत्री से बात करते हैं तब आपको अशिक्षित होना गलत नहीं लगता. फिर उन्होंने कहा कि आपको भी पढ़ाई करना चाहिए. उन्होंने वर्ष 2013 में दसवीं का फॉर्म भरा.

 

विधानसभा सहित जहां मौका मिला पढ़ाई की

 

दरअसल विधायक फूल सिंह मीणा का शिक्षित होने के पीछे उनकी बेटियों के साथ उदयपुर के ही सरकारी स्कूल में प्रधानाचार्य और निशुल्क कोचिंग माय मिशन चलाने वाले संजय लुणावत का हाथ भी है. विधायक फूल सिंह मीणा ने कहा कि दसवीं कक्षा का फॉर्म भरने के बाद बेटियों ने पढ़ाना शुरू किया. साथ ही संजय लुणावत के बारे में पता चला तो उनसे भी मिला. उन्होंने पढ़ाया और साथ-साथ ऑडियो और लिखित में नोट्स दोनों उपलब्ध करवाए. दौरे पर कहीं जाता था तो गाड़ी में हेडफोन लगाकर ऑडियो सुनता था. विधानसभा में जब तक मेरा नंबर नहीं आता तब तक वहीं बैठकर नोट्स से पढ़ाई करता था और परीक्षा के टाइम 12 से 14 घंटे पढ़ाई की.

 

अब पीएचडी करेंगे विधायक

 

फूल सिंह मीणा ने बताया कि ग्रेजुएशन राजनीतिक विज्ञान में पूरी कर ली है. इसके बाद अब एमए राजनीतिक विज्ञान का फॉर्म भरा है. सपना है कि नाम के आगे डॉक्टरेट लगे. इसलिए अब एमए होने के बाद पीएचडी की तैयारी करूंगा. ताकि सभी को बता सकू की शिक्षा के लिए कोई उम्र नहीं होती.