Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी वोट के लिए जोर आजमाइश तेज हो गई है. कांग्रेस आदिवासियों की हितैषी होने का दावा कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि राजस्थान सरकार आदिवासियों के उत्थान और आदिवासी क्षेत्रों का विकास करने के लिए प्रतिबद्धता से जुटी हुई है. उन्होंने दावा किया कि आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास और लोगों की भलाई की दिशा में व्यापक काम हुए हैं. मुख्यमंत्री गहलोत बांसवाड़ा (Banswara) जिले के गांगड़तलाई में किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के साथ वागड़ क्षेत्र का दौरा किया.


चुनाव से पहले आदिवासी वोट बैंक पर कांग्रेस की नजर


मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वागड़ क्षेत्र में किसानों के खेतों तक पानी पहुंचा गया. सरकार माही के पानी की हर बूंद का इस्तेमाल करते हुए आदिवासी क्षेत्रों में सिंचाई की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पांच-पांच साल में सरकार बदलने से नुकसान होता है. सरकार बदलने से बिजलीघर, रेल और अन्य सुविधाएं लाने के प्रोजेक्ट बंद हो जाते हैं. उन्होंने आह्वान किया कि अबकी बार जनता बदलाव की परंपरा बदले.


किसान सम्मेलन में बदलाव की परंपरा तोड़ने का आह्वान


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की तारीफ की और कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान की पहचान देश में मॉडल स्टेट के रूप में बन रही है. आदिवासियों को समाज की मुख्यधारा में लाने का काम कांग्रेस ने ही किया है. आगामी चुनाव में सभी मिलकर कांग्रेस को एक बार फिर सत्ता में लाएं और बदलाव की परंपरा को तोड़ें. किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री का स्वागत और अभिनंदन किया गया. जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने मुख्यमंत्री को पारंपरिक पोशाक पहनाई और साफा बांधा. किसान सम्मेलन में ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा सहित वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.


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