Rajasthan Assembly Election: देश में हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनाव में बीजेपी (BJP) ने 4 में जीत हासिल की. इस साल के साथ-साथ 2023 में भी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. उनमें से एक राज्य राजस्थान (Rajasthan) भी है. ऐसे में बीजेपी के कार्यकर्ता अभी से ही सक्रिय हो चुके हैं. यही कारण है कि पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप के हमले तेज होने लगे हैं. दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के अंदर की कलह भी बाहर आ रही है.

 

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दिनों दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रही हैं. इसे लेकर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो चुकी हैं. कुछ दिनों पहले पूर्व सीएम राजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी. राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए बीजेपी यहां पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है. वसुंधरा राजे के बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

 

वसुंधरा राजे ने जन्मदिन पर की था रैली

 

सूत्रों से मिली जानकारी में यह सामने आया है कि जेपी नड्डा ने राजस्थान में बीजेपी की ओर से दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे से पार्टी से संबंधित बातचीत की. साथ ही उनसे प्रदेश की राजनीति को लेकर फीडबैक भी लिया गया. गौरतलब है कि राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने जन्मदिन पर 8 मार्च को रैली का आयोजन किया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. माना जाता है कि यह अपनी ताकत दिखाने का तरीका था. हाल के दिनों में वसुंधरा राजे काफी सक्रिय नजर आ रही हैं. इस दौरान वे यूपी सहित अन्य राज्यों में हुई मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में भी दिखीं.

 

"पीएम मोदी के नाम पर लड़ा जाएगा चुनाव"

 

उनका पहले पीएम मोदी से मुलाकात के बाद अब पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात से संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा उन्हें पार्टी के साथ मिलाकर चलते हुए राज्य में अपनी दावेदारी को और मजबूत करना चाहती है. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही यह साफ कर दिया था कि प्रदेश में चुनाव पीएम मोदी के नाम पर लड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रदेश में लंबे समय से चल रही खींचतान और शक्ति प्रदर्शन के साथ नेताओं की बयानबाजी के बीच अब शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात से यह तो साफ हो चुका है कि राजे एक अहम ताकत रखती हैं.

 

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