Rajasthan Assembly Election 2023: कोटा (Kota) संभाग में झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट बीजेपी (BJP) का गढ़ बन चुकी है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) लगातार चार बार बड़े अंतर से झालरापाटन में जीत दर्ज कर चुकी हैं. बीजेपी 35 वर्षों से जीत का परचम लहरा रही है. कांग्रेस (Congress) को केवल एक बार फतह नसीब हुई है. झालरापाटन विधानसभा सीट से वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस को कई बार प्रत्याशी तलाशने में भी परेशानी होती है. कांग्रेस को मजबूरी में प्रत्याशी घोषित करना पड़ता है.
झालरापाटन विधानसभा में प्रचार नहीं करने के बावजूद वसुंधरा राजे को जीत मिलती है. वर्ष 2018 में वसुंधरा राजे ने 116484 मतों के साथ 54 प्रतिशत वोट प्राप्त किया था. कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह को 81504 मतों के साथ 38 प्रतिशत वोट मिले थे. वसुंधरा राजे 34980 वोटों से जीतने में कामयाब रही थीं. आईएनडी प्रत्याशी श्रीलाल को 7490 वोट मिले और नोटा में 3125 वोट पड़े. बीएसपी को 2684 और आम आदमी पार्टी को मात्र 1602 वोट मिले.
35 वर्षों में सिर्फ एक बार कांग्रेस को मिली जीत
झालरापाटन विधानसभा में पिछले 35 साल से बीजेपी का कब्जा है. केवल वर्ष 1998 में एक बार कांग्रेस को जीत मिली है. वर्ष 2013 में वसुंधरा राजे बड़े अंतर से चुनाव जीतीं और उन्हें 114384 वोट के साथ 64 प्रतिशत वोट मिले जबकी कांग्रेस की मिनाक्षी चन्द्रावत को 53488 मतों के साथ 30 प्रतिशत वोट मिले. वर्ष 2008 में वुसंधरा राजे को 81593 मतों के साथ 57 प्रतिशत वोट मिले जबकी कांग्रेस के मोहन लाल को 49012 मतों के साथ 37 प्रतिशव वोट मिले. वसुंधरा राजे झालरापाटन से 32581 मतों के साथ चुनाव जीत गईं. वर्ष 2003 में भी वसुंधरा राजे ने कांग्रेस को हराया. बीजेपी को 72760 और कांग्रेस के रामा पायलट को 45385 वोट मिले. बीजेपी को 59 प्रतिशत और कांग्रेस को 37 प्रतिशत वोट मिले. बीजेपी 27375 वोटों से चुनाव जीत गई. वर्ष 1998 में कांग्रेस को जीत मिली. कांग्रेस के मोहन लाल ने 3314 वोटों से चुनाव जीत लिया. मोहन लाल ने 37212 और बीजेपी प्रत्याशी अनंग कुमार ने 33898 वोट प्राप्त किया.
बीजेपी का गढ़ बना झालरापटन विधानसभा
वर्ष 1990 और 1993 में भी बीजेपी ने झालरापटन विधानसभा सीट पर कब्जा किया. अनंग कुमार दो बार विधायक बने. वर्ष 1993 में अनंग कुमार को 37113 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस के सुजान सिंह को हराया. सुजान सिंह को 33916 वोट मिले और अनंग कुमार ने 3197 वोटों से जीत दर्ज की. वर्ष 1990 में भी अनंग कुमार जीते. उन्हें 44546 वोट मिले और कांग्रेस के ज्वाला सिंह ने 13386 वोट प्राप्त किया. कांग्रेस बड़े अंतर से चुनाव हारी. बीजेपी के अनंग कुमार 31160 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे.