Rajasthan Assembly Election Results 2023: राजस्थान में हुए विधान में कई जिले ऐसे रहे हैं जहां पर बीजेपी (BJP) आगे रही है और कहीं पर कांग्रेस (Congress) आगे हैं. कई जिले ऐसे हैं, जहां पर कांग्रेस और बीजेपी बराबर पर हैं. पहले जहां पर बीजेपी मजबूत थी वहां पर अब कांग्रेस आगे है तो वहीं कांग्रेस के गढ़ में बीजेपी आगे हो गई है, लेकिन कई जिले ऐसे हैं, जहां पर दोनों बराबर हैं. राजस्थान के18 जिलों में बीजेपी कांग्रेस से आगे हुई और 9 में कांग्रेस. 6 जिलों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां बराबरी पर हैं. इन जिलों में जयपुर, दौसा जोधपुर, बाड़मेर, पाली, सिरोही, जैसलमेर, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, प्रतापगढ़, भरतपुर, को झालावाड़, बारां, बीकानेर में बीजेपी आगे रही है.
जोधपुर की 10 में से 8 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है, जबकि पिछली बार यहां पर बीजेपी कमजोर रही है. कांग्रेस अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की सरदारपुरा और भोपालगढ़ सीट पर ही जीत सकी है. इस जिले की चर्चित चेहरा दिव्या मदेरणा की बड़ी हार हुई है, जबकि जिलों में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चुरू, धौलपुर, बांसवाड़ा, अलवर, सीव झुंझुनूं, बूंदी में कांग्रेस रही है.
आपसी तनाव में हुआ बीजेपी को नुकसान
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के घर में बीजेपी को हार मिली है. झालावाड़ जिले की 4 में से 3 सीटें बीजेपी ने जीती है जबकि कोटा और धौलपुर में बड़ी हार मिली है. वहीं बूंदी में बीजेपी का खाता तक नहीं खुला. बीजेपी गढ़ कहे जाने वाले हाड़ौती में इस बार कांग्रेस ने बड़ी सेंध लगाई है. इसे बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. यहां से बीजेपी को हुए नुकसान से केंद्रीय नेतृत्व परेशान हैं.
इन सीटों पर बीजेपी हमेशा मजबूत हुआ करती थी मगर यहां पर नेताओं के आपसी तनाव में पार्टी को नुकसान हुआ है. जालौर, नागौर, टोंक, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर में बराबरी का मामला रहा है. इन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में बराबरी का मामला है. इसलिए अब यहां पर दोनों पार्टियों ने अपनी रणनीति बदलने पर विचार कर रही हैं.