Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. अब विधानसभा वार चुनाव लड़ने के दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं. लेकिन कोई भी खुलकर सामने नहीं आया है. वहीं अगर उदयपुर की बात करें तो विधानसभा चुनाव की दावेदारी के लिए कांग्रेस से कई नाम सामने आए हैं. उदयपुर में ब्लॉक स्तर पर जब दावेदारी के लिए आवेदन लिए गए तो उदयपुर जिले की आठ विधानसभा सीटों पर 73 लोगों ने अपने आवेदन पत्र जमा कराए हैं. इसमें राष्ट्रीय स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक के नेता शामिल हैं. ब्लॉक स्तर पर आवेदन के बाद अब 25 अगस्त को जिला स्तर पर और 28 से 30 अगस्त तक राज्य स्तर पर आवेदन लिए जाएंगे.


उदयपुर शहर में हार रही कांग्रेस 
मेवाड़ की प्रमुख सीट उदयपुर शहर सीट है. यहां से पिछले तीन चुनाव से कांग्रेस हार रही है और बीजेपी जीत रही है. कांग्रेस यहां 2003 से हार रही है. यहीं पर सबसे ज्यादा 27 नेताओं ने आवेदन किया है. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्त गौरव वल्लभ का भी नाम शामिल है. वो कुछ समय पहले ही उदयपुर में सक्रिय हुए हैं. वहीं राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त जगदीश श्रीमाली पिछले कुछ दिनों से उदयपुर में ही डेरा डाले हुए हैं. वो हर-बड़े कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने भी आवेदन जमा करवाया है. सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले दिनेश खोड़निया ने आवेदन नहीं कर चौकाया है. इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिया के पौत्र दीपक सुखाडिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास के भाई गोपाल कृष्ण शर्मा का नाम प्रमुख आवेदकों में है. 


पिछले कुछ दिनों से सलूंबर चर्चाओं में है. पहला तो वह उदयपुर से अलग होकर नया जिला बना है. दूसरा सीडब्लूसी से रघुवीर सिंह मीणा की छुट्टी हो गई है. मीणा यहीं के निवासी हैं. सलूंबर विधानसभा सीट से छह नेताओं ने दावेदारी की है. इनमें रघुवीर सिंह मीणा, उनकी पत्नी बसंती देवी मीणा के नाम शामिल हैं. इनके अलावा कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ी रेशमा मीणा ने भी आवेदन किया है.तीन अन्य स्थानीय नेता भी दावेदार हैं. 


वल्लभनगर सीट से कांग्रेस में कितने दावेदारा 
वल्लभनगर विधानसभा सीट जिले की  हॉट सीट है, क्योंकि यहां त्रिकोणीय मुकाबला होता है. इसमें कांग्रेस बीजेपी के अलावा जनता सेना भी दम रखती है. यह पार्टी बीजेपी के बागी रणधीर सिंह भिंडर ने बनाई थी.यहां दिवंगत गजेंद्र शक्तावत के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने भी टिकट के लिए आवेदन किया है. वहीं दो अन्य नेता भी दौड़ में शामिल हैं.उदयपुर ग्रामीण से एक बार फिर विवेक कटारा मैदान ने टिकट मांगा है. वहां से एक और आवेदन भी आया है. मावली में 15, झाडोल में 14, गोगुंदा ने 3, खेरवाड़ा से 3 नेताओं ने टिकट की दावेदारी की है. 


ये भी पढ़ें


Udaipur Tourism: जन्माष्टमी के बाद शुरू होगा उदयपुर का टूरिस्ट सीजन, इस बार आएं तो इन जगहों के देखने जरूर जाएं