Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections 2023) की उलटी गिनती शुरू हो गई है. कुछ महीनों के बाद राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के साथ-साथ प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चुनावी मोड़ में आ चुकी हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों का फोकस पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग पर है.
कांग्रेस अपने गढ़ को बचाने के प्रयास में तो बीजेपी कांग्रेस के किले को ढहाने की तैयारी में है. क्योंकि वर्ष 2018 के चुनाव में बीजेपी का भरतपुर संभाग में सूपड़ा साफ हो गया था. कांग्रेस पार्टी ने पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग में जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी. अब दोनों पार्टियों की नजर भरतपुर संभाग पर है.
प्रशासन ने शुरू की चुनाव की तैयारी
भरतपुर जिला कलेक्टर लोकबंधु ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट में जिले के आला अधिकारियों की एक बैठक बुलाई. बैठक में अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित जिले के उपखंड अधिकारी, एएसपी और डीवाईएसपी के साथ अन्य अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में जिला कलेक्टर लोकबंधु ने अधिकारियों को साफ़ तौर पर निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे बदमाश जो मतदान को प्रभावित कर सकते हैं, उनकी एक लिस्ट तैयार की जाए. अवैध शराब पर रोक लगाकर आबकारी विभाग और पुलिस सयुंक्त कार्रवाई करें.
साल 2023 के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर भरतपुर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. निर्वाचन अधिकारी और जिला कलेक्टर लोकबंधु विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार की कोई ढील नहीं देना चाहते हैं और उन्होंने आज जिले के प्रशासनिक और पुलिस के सभी अधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
किसी अफवाह की वजह से न बिगड़े कानून व्यवस्था
जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहले की घटनाओं को देखते हुए ऐसे बदमाश जो मतदान को प्रभावित कर सकते हैं उनकी एक लिस्ट तैयार कर उन्हें पाबंद किया जाए. जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों का चयन करें और अवैध शराब की रोकथाम के लिए पुलिस और आबकारी विभाग संयुक्त रूप से विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करें. सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हुए फेक न्यूज पर नजर रखें और अफवाह के कारण कानून व्यवस्था न बिगड़े इसका ध्यान रखा जाए.
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने सभी एएसपी और सीओ को अपने-अपने इलाकों की संवेदनशील घटनाओं की समीक्षा कर कार्यवाही करते हुए मामलों का समाधान करने के निर्देश दिए. साथ ही पुलिस अधिकारी अंतरराज्यीय और अंतर्जिला सीमा पर चेक पोस्टों की स्थापना कर जाब्ता की सूची तैयार करें जिससे चुनाव में अन्य जिलों और राज्यों से चुनाव में असामाजिक तत्व आकर माहौल न बिगाड़ सके.
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