Rajasthan Election 2023: मानेसर घटनाक्रम में क्या थी भाजपा की भूमिका, क्या अब भाजपा के होंगे पायलट?
Arjun Ram Meghwal Exclusive Interview: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे राजनीतिक द्वंद और मानेसर के घटनाक्रम पर अर्जुन मेघवाल ने खुलकर अपनी बात रखी है.
Rajasthan News: छह महीने बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव होंगे. कांग्रेस और भाजपा ने अपने अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) को लेकर अभी भी तस्वीर क्लीयर नहीं है. आज भी आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. चुनाव के दौरान भी यह मामला उठेगा. इसको लेकर एबीपी लाइव ने केंद्रीय कानून मंत्री स्वतंत्र प्रभार अर्जुन मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) का इंटरव्यू किया. मेघवाल ने एबीपी लाइव से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे राजनीतिक द्वंद और मानेसर के घटनाक्रम में भाजपा की भूमिका के बारे में चर्चा की. आप भी पढ़िए अर्जुन मेघवाल से बातचीत के प्रमुख अंश.
1. राजस्थान की राजनीति पर आप क्या कहना चाहेंगे? भाजपा की तैयारी कैसी है?
जवाब- भाजपा संगठन आधारित पार्टी है. हम लगातार संगठन को मजबूत करने में लगे रहते हैं. हाल ही में भाजपा ने जिला नागौर में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में राजनीतिक परिस्थितियों पर चिंतन किया गया. देश भर में राजस्थान एक ऐसा जिला है, जहां बीते साढ़े चार सालों में सरकार लगातार अस्थिर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कभी इसका जिम्मेदार हमें तो कभी सचिन पायलट को ठहराते हैं. राजस्थान में आज से पहले कभी ऐसी अस्थिर सरकार नहीं देखी है. अगर आज भी आप सरकार गठन के दिन हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस देखेंगे तो भाजपा और मीडिया के सवाल पर कहा गया कि सोनिया गांधी ने राजस्थान को दो-दो मुख्यमंत्री दिए हैं जबकि ऐसा होता ही नहीं है. तब से लेकर आज तक यह सरकार लगातार अस्थिर है. सचिन पायलट कांग्रेस में हैं और अपनी ही सरकार के खिलाफ पद यात्रा निकाल रहे हैं. उनकी यात्रा में ही मंत्री बोल रहे हैं कि अशोक गहलोत की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. राजस्थान में जो राजनीतिक परिस्थितियां बनी हैं उनमें निश्चित तौर पर भाजपा चुनाव जीतने वाली है.
2. हाल ही में कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत हुई. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस दावा कर रही है कि इस बार परंपरा टूटेगी और सरकार रिपीट होगी. कांग्रेस की ओर से 156 सीटों का नारा दिया है.
जवाब- जब बात नारा देने की हो तो 156 नहीं, बल्कि 200 सीटों का नारा देना चाहिए. हम लोग फील्ड पर घूम रहे हैं. मुझे मालूम नहीं कि कांग्रेस के लोग फील्ड पर हैं भी या नहीं? कांग्रेस भी जानती है कि अब वे शासन में आने वाले नहीं हैं.
3. क्या आपको लगता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच के टकराव का फायदा भाजपा को मिलेगा?
जवाब- यह सरकार शुरुआत से ही अस्थिर है सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया जा सका. आज कांग्रेस के सभी विधायक मिनी मुख्यमंत्री बन गए हैं. प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है. कांग्रेस के राज में शासन कुशासन बन गया. सरकार सालों से चले आ रहे ट्रेजरी सिस्टम को ही बदलना चाह रही है.
4. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है. इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब- यह सिर्फ प्रतिशोध की राजनीति है.
5. क्या आपकी सचिन पायलट से कोई बात हुई है? क्या वे भाजपा से गठबंधन करेंगे?
जवाब- अभी तो वे कांग्रेस में ही हैं. लोग कहते हैं जब सचिन पायलट विधायकों के साथ मानेसर आए तो इसमें भाजपा का रोल था. लेकिन, जब सचिन पायलट को नोटिस दिया गया तो उन्हें लगा कि सरकार उन्हें गिरफ्तार करेगी. यह नोटिस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया. अब इसमें भाजपा की क्या भूमिका है.
6. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपए लिए हैं. वे वापस लौटा दें. इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब- अशोक गहलोत सरकार चला रहे हैं या फिर क्या कर रहे हैं? अब तक अशोक गहलोत ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? इसका मतलब है कि अशोक गहलोत दोषी हैं. सभी एजेंसियां उनके पास हैं तो उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की?
7. क्या मानेसर के घटनाक्रम में भाजपा का कोई लेना-देना था?
जवाब- सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन आलाकमान ने अशोक गहलोत को सीएम बना दिया. जिस तरह मैंने शुरुआत में कहा कि पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि हम दो मुख्यमंत्री बनकर आए हैं, जबकि ऐसा होता ही नहीं. यहीं से दोनों के बीच टकराव शुरू हो गया. इसी बीच सचिन पायलट को SOG का नोटिस थमा दिया गया. मानेसर आने वाले विधायक भी कांग्रेस के थे. सचिन पायलट भी कांग्रेस के ही उप मुख्यमंत्री थे. इस घटनाक्रम के बाद उन्हें हटाया भी गया. इसके बाद विधानसभा में बहुमत भी साबित हो गया. फिर इसमें भाजपा की भूमिका कैसे हुई?
8. अशोक गहलोत ने इस पूरे मामले में वसुंधरा राजे का भी जिक्र किया. क्या इस बात में सच्चाई है?
जवाब- अशोक गहलोत की सभी बातें काल्पनिक हैं. वे अपनी गलती छिपाने के लिए ऐसे काल्पनिक प्रश्न खड़े करते हैं. अशोक गहलोत को यह बताना चाहिए कि उस वक्त सचिन पायलट कांग्रेस में थे या नहीं? जो विधायक मानेसर आए, वे कांग्रेस के थे या नहीं? वे सिर्फ काल्पनिक प्रश्न खड़े करते हैं. जनता अब सच्चाई समझती है. मैं फील्ड पर घूम रहा हूं और हमें पूरा विश्वास है कि भाजपा प्रचंड बहुमत से राजस्थान में वापसी करने जा रही है.
9. पूर्वी राजस्थान के पानी के विषय पर आप क्या कहेंगे?
जवाब- हर विषय पर हम जन आक्रोश रैली निकाल रहे हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गजेंद्र सिंह शेखावत इस बारे में बोल चुके हैं. यह विषय अब स्पष्ट हो चुका है. विपक्ष को केवल राजनीति करनी है. राहुल गांधी की कांग्रेस में ओछी राजनीति करना पैरामीटर बन गया है. यह उसी का परिणाम है.
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