Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव पर सबकी नजरें टिकी हैं. कांग्रेस की सरकार की कमान सीएम अशोक गहलोत के हाथों में हैं. जयपुर में गुरुवार (15 जून) को उन्होंने कहा कि टिकट का बंटवारा चुनाव से दो महीने पहले फाइनल हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनावी साल में टिकट में देरी होने पर नेता और कार्यकर्ताओं को दिल्ली का चक्कर लगाना पड़ता है. इससे वो थक जाता है. नेता भी थक जाते हैं और कार्यकर्ता भी थक जाते हैं. तब जाकर टिकट मिलता है. अब थका हुआ क्या काम करेगा. दो महीने पहले टिकट मिलना तय हो जाए. जैसे ही अशोक गहलोत ने ये बात कही तालियां बजने लगीं. सीएम यूथ कांग्रेस की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
विधायकों को लेकर क्या बोले सीएम?
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 100 सीटों तो वैसी ही हम लोग हारे हुए हैं, वो खाली पड़ी है. ऐसे स्थिति कभी-कभी आ जाती है कि हमारे एमलएल खुद ही कर रहे हैं कि मैं नहीं जीत पा रहा हूं. ऐसी स्थिति में हम उनसे पूछेंगे कि बताओ किसको मौका देना चाहते हो.
'राहुल गांधी ने मुझसे कहा कि...'
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "दिल्ली में राहुल गांधी ने मुझसे कहा कि सिर्फ अच्छा काम करने से नहीं होगा. हमारा कैसा व्यवहार है और क्या जीतने की क्षमता हमारी वहां है?"
'जो दिल पर पत्थर रखकर राजनीति कर लेगा वो...'
इसके साथ ही उन्होंने वहां मौजूद यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भविष्य के लिए एक नसीहत भी दे डाली. सीएम ने कहा, "जिंददगी में अगर आगे बढ़ना है तो एक बाद याद रखना...जब हाईकमान का फैसला हो जाता है तो दुख तो होता है कि टिकट नहीं मिला या इच्छा पूरी नहीं हुई. उस वक्त अगर दिल पर पत्थर रखकर...दिल बहुत कोमल होता है...जो उस पर पत्थर रखकर राजनीति कर लेगा वह कामयाब होगा."