Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधानसभा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और सभी राजनीतिक पार्टियां अब चुनावी मैदान में कूद चुकी हैं. बहुजन समाज पार्टी ने तो राजस्थान के भरतपुर संभाग की तीन सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं. भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर जिले की बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता विधायक हर बार बदलती है. राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले की बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता का दोनों ही पार्टी से बराबर का तालमेल नजर आता है. 


वर्ष 1985 से अब तक बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने एक बार जरूर वर्ष 2003 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी को जिताकर विधानसभा भेज दिया था वर्ना एक बार कांग्रेस तो एक बार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को विधायक बनाकर भेजा था.  


बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने वर्ष 1998 से अब तक हुए विधानसभा चुनाव में हमेशा नये व्यक्ति को बामनवास विधानसभा सीट पर जिताकर विधायक बनाकर विधानसभा में भेजा है. किसी भी विधायक को दोबारा विधायक बनने का मौका बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने नहीं दिया है.  


वर्ष 1977 और 1980 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा सीट पर जनता पार्टी के प्रत्याशी कुंजी लाल जीत कर विधानसभा पहुंचे थे उसके बाद वर्ष 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के भरत लाल चुनाव जीते थे. कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भरत लाल ने बीजेपी प्रत्याशी कुंजी लाल को हराया था. भरत लाल को कुल 33 हजार 829 वोट मिले थे तो बीजेपी  प्रत्याशी कुंजी लाल को कुल 23 हजार 941 वोट मिले थे.  


वर्ष 1990 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कुंजी लाल को जिताकर विधानसभा में भेजा था.  बीजेपी  प्रत्याशी कुंजी लाल ने निर्दलीय प्रत्याशी हीरा लाल को हराया था.कुंजी लाल को कुल 41 हजार 262 वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय हीरा लाल को कुल 28 हजार 247 वोट मिले थे.  


वर्ष 1993 के विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस पार्टी ने हीरा लाल को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था.  हीरा लाल की जीत हुई और कांग्रेस प्रत्याशी हीरा लाल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुवा लाल को हराया था.  हीरा लाल को कुल 37 हजार 83 वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी प्रत्याशी सुवा लाल को कुल 32 हजार 733 वोट मिले थे.  


वर्ष 1998 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने किरोड़ी लाल को अपना प्रत्याशी बनाया था.  किरोड़ी लाल मीणा निर्दलीय प्रत्याशी भरत लाल को हराकर विधानसभा पहुंचे.  किरोड़ी लाल को कुल 40 हजार 385 वोट मिले थे तो निर्दलीय प्रत्याशी भरत लाल को कुल 27 हजार 230 वोट मिले थे.  


वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने दोनों ही पार्टियों बीजेपी  और कांग्रेस से किनारा कर लिए और निर्दलीय प्रत्याशी हीरा लाल को जिताकर विधानसभा भेजा. निर्दलीय प्रत्याशी हिरा लाल ने कांग्रेस प्रत्याशी नवल किशोर को हराया था.  हीरा लाल को कुल 39 हजार 259 वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी नवल किशोर को कुल 30 हजार 348 वोट मिले थे.  


वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी नवल किशोर ने जीत दर्ज की और नवल किशोर ने लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सम्पत लाल को हराया था.  नवल किशोर को कुल 45 हजार 204 वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे सम्पत लाल को कुल 26 हजार 652 वोट मिले थे.  


वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कुंजी लाल को अपना प्रत्याशी बनाया था.  कुंजी लाल चुनाव जीते और कुंजी लाल ने कांग्रेस के प्रत्याशी नवल किशोर को हराकर विधानसभा पहुंचे थे.  कुंजी लाल को कुल 45 हजार 85 वोट मिले थे.  तो दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी नवलकिशोर को कुल 39 हजार 427 वोट मिले थे.  


वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता ने फिर कांग्रेस की महिला प्रत्याशी इंद्रा को चुनाव जिताकर विधायक बनाया और विधानसभा में भेजा. कांग्रेस की प्रत्याशी इंद्रा ने निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर को हराया था. इंद्रा को कुल 73 हार 656 तो दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी नवल किशोर मीणा को कुल 35 हजार 143 वोट मिले थे.  


वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो बामनवास विधानसभा क्षेत्र की जनता जानती है की किस के सिर पर जीत का सेहरा बांधकर विधानसभा भेजेंगे. दोनों ही प्रमुख पार्टी कांग्रेस और बीजेपी  अपना-अपना जीत का दावा कर रही है.        


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