Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में आचार संहिता लगने से पहले ही आनन-फानन में कई लोकार्पण और शिलान्यास कर दिए गए, ताकी उस पर अपने नाम की पट्टी लग जाए. कोटा (Kota) में भी हजारों कारोड़ के कार्यों का जल्दी-जल्दी शिलान्यास और लोकार्पण किया गया. इसमें से कुछ लोकार्पण तो हो गए, लेकिन उनमें कुछ कार्य बाकी हैं. हालांकि अधिकांश कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं. अभी कुछ कार्यों में छुटपुट काम बाकी हैं. दो महीने पहले लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों की बाढ़ सी आ गई.


एक-एक दिन में पांच- पांच कार्यक्रम तक हुए.  सुबह से लेकर शाम तक जल्दी-जल्दी लोकार्पण शिलान्यास किए गए. कांग्रेस सरकार के पिछले चार सालों में शहर में 50 से अधिक बड़े काम चल रहे थे, जो पूरे हुए हैं. उन कामों का ही कभी वर्चुअल तो कभी समारोहपूर्वक उद्घाटन होता रहा. अगस्त और सितंबर में ही 2057.18 करोड़ रुपये के 14 बड़े कामों का और छह अक्टूबर को 525 करोड़ के सीवरेज प्रोजेक्ट का भी लोकार्पण किया गया. इस दौरान सबसे बड़े प्रोजेक्ट के रूप में चम्बल रिवर फ्रंट का भी लोकार्पण किया गया. 1442 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया चम्बल रिवर फ्रंट जनता को समर्पित किया गया.


चम्बल रिवर फ्रंट के दूसरे चरण  का काम होना बाकी
इसके बाद 120 करोड़ की लागत से सिटी पार्क का लोकार्पण हुआ. 111.14 करोड़ का बोरखेडा फ्लाइओवर बनाया गया. इसके अलावा कई बड़े चौराहे, ओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज, एमबीएस और जेके लोन अस्पताल, रामपुरा अस्पताल, चौपाटी, सीवरेज प्रोजेक्ट, एरोड्रम अंडरपास, सीएडी सर्किल कीर्ति स्तंभ सहित कई कार्य हुए. वहीं 293 करोड़ की लागत से अमृत-2 योजना के तहत शहर के बचे हिस्से में सीवरेज के लिए लाइन और पांच एसटीपी का काम होगा. 50 करोड़ की लागत से उत्तर नगर निगम की नई बिल्डिंग बनाई जाएगी. चम्बल रिवर फ्रंट के दूसरे चरण का कार्य होगा, जिसका लोकार्पण नहीं हो सका. 


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