Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं, लेकिन राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जाता है. पूर्वी राजस्थान में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. उस हार को भुलाने के लिए बीजेपी आगामी चुनाव को लेकर अभी से रणनीति बना रही है और पूर्वी राजस्थान को जीतने की कोशिश में लगी है. 


गुर्जर वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भगवान देवनारायण जयंती के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की और अब पीएम मोदी 12 मई को दोसा में दिल्ली-मुंबई हाईवे का लोकार्पण करने राजस्थान के दोसा जिले आएंगे और दोसा जिले में जनसभा को संबोधित करेंगे. कुल मिलाकर बीजेपी की रणनीति है कि किसी तरह से पूर्वी राजस्थान के अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली और दोसा के विधानसभा क्षेत्र के लोगों को कार्यक्रम में लाया जाए और बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया जाए. 


बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष 5 फरवरी को आएंगे भरतपुर
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां भी 5 फरवरी को भरतपुर आ रहे हैं. बताया गया है कि भरतपुर बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ऋषि बंसल जिला कार्यसमिति की बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष बैठक में शामिल होंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के लिए विधानसभा क्षेत्र वार प्रभारी लगाकर जिम्मेदारी दी गई है. भरतपुर से भी काफी संख्या में लोगों को कार्यक्रम में ले जाने की तैयारी की जा रही है.


भीड़ जुटाने के लिए जिलाध्यक्ष का दौरा
ऋषि बंसल को बीजेपी का नवनियुक्त जिलाध्यक्ष बनाने के बाद यह पार्टी का पहला बड़ा कार्यक्रम है. जिलाध्यक्ष को भी अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिला है. अब देखने वाली बात यह होगी की भरतपुर के 7 विधानसभा क्षेत्रों से कितनी भीड़ प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जाती है, बीजेपी के प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने भरतपुर पहुंचकर जिलाध्यक्ष और विधानसभा प्रभारियों से जानकारी ली की कैसे बूथ स्तर से कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में ले जाएंगे. 


बीजेपी पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस के गढ़ को ढहाने की तैयारी में है. साल 2018 में पूर्वी राजस्थान में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया था. अब बीजेपी आलाकमान का पूर्वी राजस्थान पर ही फोकस है कि किस तरह यहां से कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया जाए.


क्या कांग्रेस रख पाएगी पुराना जलवा कायम?
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस की 13 सीट पर विजय हुई थी तो बीजेपी को मात्र 1 सीट पर जीत मिली थी. कांग्रेस पार्टी ने पूर्वी राजस्थान का गढ़ फतेह किया था. अब बीजेपी कांग्रेस का गढ़ पूर्वी राजस्थान को फतेह करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा दोसा जिले में कराई जा रही है और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भी भरतपुर में दौरा प्रस्तावित है. 


अभी अमित शाह के दौरे की तारीख निश्चित नहीं की है, लेकिन भरतपुर संभाग में बीजेपी कार्यकर्ताओं को अमित शाह के दौरे की तैयारी करने को कहा गया है. अब देखने वाली बात यह है कि कौन भरतपुर संभाग को फतेह करेगा. 


पीएम मोदी के सहारे है बीजेपी?
भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के अलावा मोदी के नाम पर वोट जुटाने का प्रयास कर रही है. साथ ही, अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कुर्सी की लड़ाई को मोहरा बनाकर चुनाव मैदान में जाने की तैयारी कर रही है. अब कौन वोटरों को लुभा पाता है, यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा.


सीएम की जनकल्याणकारी योजनाओं के सहारे कांग्रेस?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि अबकी बार 156 सीट जीतकर राजस्थान में फिर से में मुख्यमंत्री बनेंगे. अशोक गहलोत का कहना है कि राज्य सरकार ने जो जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, उसके सहारे फिर एक बार कांग्रेस की सरकार बनेगी.


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