Rajasthan Assembly Elections 2023: कोटा (Kota) में  दो जुलाई को बीजेपी (BJP) की महारैली (Maha Rally) और सभा होने जा रही हैं, जिसमें लाखों लोगों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. कोटा संभाग के साथ ही प्रदेश के कई जगहों से कार्यकर्ता इस महारैली में पहुंचने वाले हैं. कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल द्वारा इस महारैली में के माध्यम से सरकार को उखाड़ फैंकने का आव्हान किया जाएगा. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) भी इस महारैली में में पहुंचेगी. वो कार्यक्रम स्थल पर सीधे हेलीकॉपटर से पहुंचेंगी.


दो जुलाई को होने वाली महारैली की तैयारियों को लेकर प्रहलाद गुंजल ने सभा स्थल पर बन रहे डोम में उत्तर कोटा के कार्यकर्ताओं की बैठक ली. साथ ही कार्यकर्ताओं से घर-घर किए जा रहे संपर्क अभियान सहित अन्य जानकारियां लीं. राजस्थान में यह अपने आप में सबसे विशाल महारैली होने जा रही है. इसकी तैयारियां करीब दो महीने से चल रही है. जाहिर है कोटा सहित प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस (Congress) में गुटबाजी चरम पर रहती है. कांग्रेस के विधायक और मंत्री तो खुलकर मंच सीएम से लेकर अन्य मंत्रियों पर आरोप लगा चुके हैं.


कुछ नेताओं ने बनाई दूरी
वहीं बीजेपी की बात करें तो यहां भी वसुंधरा राजे और दूसरे धड़े आपस में अपनी जोर आजमाइश कर चुके हैं. पोस्टर वार हो चुका है और विवादित बयान भी सामने आ चुके हैं. ऐसे में  इस महारैली  लेकर भी विराध सामने आ रहे हैं. कुछ दिन पहले ही कोटा आए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने सभी सवालों के जवाब दिए और अपनी बात रखी, लेकिन जब उनसे इस महारैली को लेकर सवाल किया गया, तो वह तुरंत ही अपनी गाड़ी में बैठ गए और इसको लेकर अनभिज्ञता जाहिर की. इससे साफ हैं कि  बीजेपी के दोनों धड़ों में भी आपसी खींचतान है.


1500 बसों से आएंगे कार्यकर्ता
वहीं कुछ बड़े नेता और सांसद इस महारैली में आने वाले हैं. पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल का कहना है कि इस महारैली में एक दर्जन सांसद और कई विधायक आएंगे.  बताया जा रहा है कि इस महारैली को सफल बनाने के लिए अकेले प्रहलाद गुंजल ने सैकड़ों की संख्या में बैठकें ली हैं.  वहीं कार्यकर्ताओं की ओर से भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. घर-घर कार्ड बांटे जा रहे हैं. एक-एक गली में हर व्यक्ति पर फोकस किया जा रहा है. करीब 1500 बसें इस कार्यक्रम के लिए लगाई गई हैं, जो कार्यकर्ताओं और आमजन को सीधे सभा स्थल तक लाएंगी.       


'रैली की घोषणा के साथ ही कांग्रेस में बैचेनी'
साथ ही उनकी वापसी की भी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही कुछ कार्यकर्ता निजी फोर और टू व्हीलर से भी आएंगे. वहीं पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदेशवासियों से वादाखिलाफी की है. ये सरकार चुनाव में जनता से किए वादों को आज तक पूरा नहीं कर पाई. वहीं अब फिर चुनाव नजदीक आते ही रोज नई-नई घोषणाएं और वादे कर रही है. गुंजल ने कहा कि ये महारैली ऐतिहासिक होने वाली है. गुंजल ने कहा कि जबसे इस रैली की घोषणा हुई है, तब से कांग्रेस और विरोधियों में बेचैनी बड़ गई है.


उन्होंने कहा कि जब इन्हें पता चला कि हम मोदी सरकार की नौ साल की उपलब्धियों और राजस्थान सरकार के कुशासन को लेकर हम जनता को साथ लेकर एतिहासिक विशाल महारैली करने वाले हैं, तब से ही उनकी नींद उड़ गई है. गुंजल ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है. बलात्कार के मामले में प्रदेश को देश में नंबर एक पर ला दिया. यहां लूट, डकैती और हत्या तो आम बात हो गई है. 


उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है. गुंजल ने कहा कि कोटा में दो जुलाई को होने वाली ऐतिहासिक महारैली से ही इस सरकार को राजस्थान से उखाड़ फेंकने का शंखनाद होगा, जिसकी गूंज पूरे प्रदेश में सुनाई देगी. 


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