(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Election 2023: बीजेपी ने मंत्री लालचंद कटारिया की डिग्री पर उठाया सवाल- 'पहले थे 12वीं पास, फिर 10वीं पास कैसे'
Rajasthan Elections 2023: शैक्षणिक योग्यता और उसकी गलत जानकारी देने का दावा करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी के नेता और राजस्थान सरकार में मंत्री लालचंद कटारिया पर हमला बोला है.
Rajasthan Election 2023: कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया डिग्री का मामला अब गरमा गया है. इस मामले पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार के शासन में विधायकों के साथ ही मंत्री भी झूठ बोलकर जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. भारद्वाज ने कहा कि आरटीआई एक्टिविस्टों ने कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के दस्तावेज निकाले हैं, जिसमें चुनाव आयोग को दी गई गलत जानकारी का मामला सामने आया है. उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में तो हाल यह है कि कांग्रेस की कार्यशाला ही झूठ से शुरू होती है और उसमें झूठ बोलना और झूठे तथ्य पेश करना ही सिखाया जाता है.
लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने खुद की शैक्षणिक योग्यता को लेकर चुनाव आयोग में झूठा शपथ पत्र दिया है. कटारिया ने साल 2003 के विधानसभा चुनाव में आमेर विधानसभा क्षेत्र से भरे नामांकन पत्र में खुद को 12वीं कक्षा पास बताया, जबकि 2008 के विधानसभा चुनाव में झोटवाड़ा सीट से भरे नामांकन पत्र में उन्होंने खुद को 10वीं कक्षा पास बताया था. ऐसे में शैक्षणिक योग्यता बढ़ना तो दूर कांग्रेस के मंत्री महोदय की कम हो गई. शैक्षणिक योग्यता कम होना कटारिया के शपथ पत्र पर सवाल खड़े कर ही रहा है, जबकि इससे बड़ा चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि कटारिया ने जिस स्कूल से 10वीं और 12वीं पास होना बताया, उस स्कूल की ओर से कटारिया को छात्र मानने से इनकार ही कर दिया. इसके बाद उनकी शिक्षा सवालों के घेरे में आ गई है.
उन्होंने दावा किया कि कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने 2003 के विधानसभा चुनाव में आमेर विधानसभा से भरे गए नामांकन फॉर्म के साथ दिए गए एफिडेविट में खुद को रायबरेली (यूपी) के इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट (12वीं) पास बताया था. जबकि 2008 के विधानसभा चुनाव में झोटवाड़ा सीट से भरे एफिडेविट में खुद को 10वीं पास बताया था. चार चुनावों में उन्होंने शिक्षा को लेकर अलग-अलग ब्योरा दिया है. चुनाव लड़ते समय हर उम्मीदवार को अपनी शिक्षा, मुकदमों, प्रॉपर्टी, असेट और लायबिलिटी को लेकर एफिडेविट देना होता है. इस एफिडेविट में कटारिया ने 2003 के चुनाव में खुद को 12वीं पास बताया, जबकि पांच साल बाद 2008 के चुनाव में खुद को 10वीं पास बताया.
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