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Rajasthan Election: कोटा संभाग की इस सीट पर रहा BJP का कब्जा, सिर्फ एक बार जीत पाई कांग्रेस, क्या है सियासी समीकरण?

Rajasthan Election 2023: कोटा संभाग के बारां जिले में एक ऐसी विधानसभा है, जहां शुरू से ही बीजेपी विजयी रही है. यहां से लगातार प्रताप सिंह सिंघवी जीतकर आ रहे हैं और मंत्री भी रहे हैं.

Rajasthan Assembly Elections: कोटा संभाग के बारां जिले की छबड़ा विधानसभा शुरू से ही बीजेपी के लिए विजयी सीट रही है. यहां से लगातार प्रताप सिंह सिंघवी जीतकर आ रहे हैं और मंत्री भी रहे हैं. कांग्रेस यहां से केवल एक बार जीतकर आई है जबकि एक बार तो कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे स्थान पर पहुंच गया था. इस विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भैरोसिंह शेखावत जीतकर विधानसभा में जा चुके हैं.

आगामी विधानसभा चुनाव वर्ष 2023 की उठा-पटक इस सीट पर शुरू हो गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपने-अपने स्तर पर टिकट का प्रयास कर रहे हैं. इसका अधिकांश भाग कस्बा और ग्रामीण क्षेत्र आता है. कोटा संभाग में छबड़ा विधानसभा सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है और इस बार भी बीजेपी की स्थिति यहां काफी बेहतर है. 

 मुख्यमंत्री रहे भैरो सिंह शेखावत के लिए खाली की गई थी ये सीट

छबड़ा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत तीन बार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. 1977 में हुए चुनाव में प्रेमसिंह सिंघवी विधायक चुने गए. तब उन्होंने भैरोसिंह शेखावत के लिए सीट छोड़ी थी. इस दौरान हुए उपचुनाव में भैरोसिंह शेखावत ने जीत दर्ज की और वह विधानसभा पहुंचे थे. इस चुनाव में शेखावत के प्रचार के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी छबड़ा पहुंचे थे. यहां से 1980 और 1990 में भैरोसिंह शेखावत जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.

 2008 में पहली बार जीती कांग्रेस

वैसे तो छबड़ा विधानसभा बीजेपी की परंपरागत सीट हैं, लेकिन वर्ष 2008 में पहली बार यहां कांग्रेस के करण सिंह राठौर जीतकर सामने आए. करण सिंह को 58771 वोट मिले, जबकि प्रताप सिंह सिंघवी को 51823 वोट मिले. करण सिंह राठौड़ को 46 प्रतिशत और प्रताप सिंह सिंघवी को 41 प्रतिशत वोट मिले. 6948 वोटों से कांग्रेस के करण सिंह इस सीट से जीत गए थे. वर्ष 2008 की जीत कांग्रेस की पहली जीत थी, जिसके बाद कांग्रेस यहां से ना ही पहले जीती और ना ही बाद में कांग्रेस की झोली में जीत आई. 

वर्ष 2013 में कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली गई, बीजेपी को बहुत बड़ी जीत मिली 

वर्ष 2008 में कांग्रेस से करण सिंह राठौड विधायक थे, जबकि उन्हें वर्ष 2013 में कांग्रेस ने टिकट ही नहीं दिया. कांग्रेस यहां इस वर्ष तीसरे पायदान पर चली गई. यहां फिर से बीजेपी के प्रताप सिंह सिंंघवी जीते और मंत्री बने. बीजेपी ने यहां बड़े अंतर से राजपा के मानसिंह धनौरिया को हराया जबकि कांग्रेस के प्रकाश चंद नागर तीसरे स्थान पर चले गए. वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रताप सिंह को 88193 वोट मिले जबकि राजपा के मानसिंह धनौरिया को 26808 वोट मिले और बीजेपी के प्रताप सिंह 61 हजार 385 वोटों के बडेÞ अंतर से जीते. बीजेपी को इस वर्ष 58 प्रतिशत वोट मिले जबकी राजपा को केवल 18 प्रतिशत वोट ही मिल सके.
 
2018 में कांग्रेस हारी, फिर से प्रताप सिंह सिंघवी जीते

वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस की सरकार बन गई हो लेकिन छबड़ा विधानसभा सीट पर बीजेपी का ही कब्जा रहा. बीजेपी के प्रताप सिंह सिंघवी ने कांग्रेस के करण सिंह राठौड़ को हराया. प्रताप सिंह को 79707 वोट के साथ 44 प्रतिशत वोट मिले और कांग्रेस के करण सिंह को 75963 वोटों के साथ 42 प्रतिशत वोट मिले. बीजेपी ने यहां 3744 वोटों से जीत दर्ज की. 

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